मध्य प्रदेश के ग्वालियर में नशे में धुत एक फौजी ने जमकर हंगामा किया। बीच सड़क पर उसने आरपीएफ जवानों के साथ मारपीट शुरू कर दी और एक महिला कॉन्सटेबल को थप्पड़ भी जड़ दिया। इस विवाद में उसका सिर भी फूट गया। घटना का वीडियो सामने आने के बाद पुलिस ने सेना के जवान के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया है। इस घटना का वीडियो भी सामने आया है, जिसमें नशे में धुत फौजी गाली-गलौज करता दिखाई दे रहा है।
ग्वालियर में सेना और आरपीएफ जवानों के बीच विवाद के चलते जमकर बवाल हुआ। बीच सड़क पर आधे घंटे तक हाई वोल्टेज ड्रामा चलता रहा। विवाद के दौरान फौजी का सिर भी फूट गया। फौजी पर तीन महिला कांस्टेबल के साथ अभद्र व्यवहार करने का आरोप है। नशे में धुत फौजी ने महिला कांस्टेबल को थप्पड़ भी जड़ दिया। इसके बाद पुलिस ने फौजी के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया है।
रात एक बजे तक चला ड्रामा
फौजी के साथ मारपीट की जानकारी मिलने पर बीएसएफ के जवान भी मौके पर पहुंच गए। शुक्रवार और शनिवार की दरमियानी रात एक बजे तक हाई वोल्टेज ड्रामा चलता रहा। घटना ग्वालियर रेलवे स्टेशन के ठीक बाहर हुई। इस घटना को लेकर पड़ाव थाना क्षेत्र में मामला दर्ज किया गया है। नशे में हंगामा करने वाले फौजी के खिलाफ कई धाराओं में मामला दर्ज किया गया है।
ड्यूटी कर लौट रही थीं कांस्टेबल
आरपीएफ की तीन महिला कांस्टेबल अपनी ड्यूटी कर घर जा रही थीं। उनके साथ वहां से निकल रहे सेना के जवान धर्मेंद्र ने छेड़छाड़ कर दी। सेना के जवान ने पहले महिला कांस्टेबल को हाथ लगाया। जब इस बात का महिला कांस्टेबलो ने विरोध किया तो नशे में धुत सेना के जवान ने महिला कांस्टेबल के थप्पड़ जड़ दिया, जिससे महिला के गाल पर उंगलियां भी छप गई। इसके बाद वहां मौजूद भीड़ ने सेना जवान के साथ जमकर मारपीट की। घटना की जानकारी आरपीएफ पुलिस ने पड़ाव थाना पुलिस को दी। जब पुलिस मौके पर पहुंची तो जवान ने पुलिस अधिकारियों के साथ भी अभद्र व्यवहार किया, जिसके बाद जवान को पुलिस पड़ाव थाना लेकर पहुंची। महिला कांस्टेबल की शिकायत पर सेना के जवान के खिलाफ छेड़छाड़ मारपीट सहित अन्य धाराओं में मामला दर्ज कर जांच पड़ताल शुरू कर दी है। बताया यह जा रहा है कि सेना का जवान धर्मेंद्र सिंह मूलतः उत्तर प्रदेश के इटावा जिले के नगला का रहने वाला है। वह रात की किसी ट्रेन से कही जा रहा था और वह नशे में धुत था इससे पहले भी उसका रेलवे स्टेशन बजरिया में कई लोगों से विवाद हुआ था।
(ग्वालियर से भूपेंद्र भदौरिया की रिपोर्ट)