मध्य प्रदेश के मंदसौर पुलिस ने गत दिनों रतलाम के रेलवे इंजीनियर की हुई हत्या मामले का खुलासा किया है। मामले में पुलिस ने मृतक की प्रेमिका और उसके एक अन्य प्रेमी को आरोपी बनाया है। पुलिस के मुताबिक, मृतक अपनी प्रेमिका को देह व्यापार से अलग कर शादी करने का दबाव बना रहा था, जो उसे नापसंद था। तभी मौका पाकर युवती और उसके एक अन्य प्रेमी ने मिलकर दीक्षांत पंड्या को गोलियों से भूनकर मौत के घाट उतार दिया और अपने आप को बचाने के लिए अपने मोबाइल फोन और कपड़ों को जला दिया।
कार में खून से लथपथ मिला शव
पूरे मामले का खुलासा करते हुए बुधवार को मंदसौर एसपी अनुराग सुजानिया ने बताया कि गत 21 जनवरी को जिले के भावगढ़ थाना क्षेत्र के खोडाना गांव में तालाब पाल पर एक लाल रंग की कार में रतलाम रेल मंडल के रेलवे इंजीनियर दीक्षांत पंड्या का शव खून से लथपथ हालात में मिला था। पुलिस ने मौके पर पाया कि लाल रंग की ब्रेजा कार में एक शख्स औंधे मुंह पड़ा हुआ दिखा, जिसके शरीर पर गोलियों के निशान थे। मामले में मंदसौर और रतलाम पुलिस ने तफ्तीश शुरू की।
चार गोली मारकर मौत के घाट उतारा
मुखबिर की सूचना के आधार पर पुलिस ने ढोढर निवासी युवती को हिरासत में लेकर पुछताछ की। युवती ने बताया कि प्रेमी दीक्षांत पिछले छह महीने से लगातार रतलाम रहने की बात को लेकर जिद करता था और कई बार गाली-गलौज भी की, जिससे वह काफी परेशान हो गई थी। इसके बाद गत 20 जनवरी को आरोपी और दीक्षांत नीमच जिले के जैतपुरा गांव में शादी समारोह में गए थे, जहां दीक्षांत द्वारा फिर से रतलाम लेकर जाने की जिद की गई। युवती ने इस बात की सूचना अपने एक और प्रेमी मोहसिन लाला को दी और उसके साथ प्लान बनाकर दीक्षांत को परवलिया गांव की ओर ले गई, जहां मोहसिन ने दीक्षांत को कार में चार गोली मारकर मौत के घाट उतार दिया।
घटना के समय पहने कपड़े जला दिए
इसके बाद हत्यारी प्रेमिका ने खुद कार ड्राइव कर लाश को ठिकाने लगाया और दूसरे प्रेमी के साथ बाइक पर बैठकर उसके फार्म हाउस आ गए। जहां सबूत मिटाने के लिए अपने मोबाइल फोन और घटना के समय पहने कपड़े जला दिए। आरोपी मोहसीन घटना के बाद से फरार था, जो अब राजस्थान के अखेपुर की तरफ जाते समय पुलिस के हत्थे चढ़ गया। आरोपी मोहसीन पर पहले भी अवैध हथियार और मादक पदार्थ तस्करी के प्रकरण दर्ज हैं। फिलहाल पुलिस ने दोनों आरोपियों के खिलाफ हत्या का प्रकरण दर्ज कर न्यायालय में पेश कर रिमांड मांगा है।
- अशोक परमार की रिपोर्ट