मध्य प्रदेश के इंदौर शहर में बी. फार्मा कर रहे एक छात्र ने आत्महत्या कर ली। कोचिंग की टीचर ने उसके खिलाफ मंगलवार को महिला थाने में रेप की शिकायत दर्ज कराई थी। इसके बाद छात्र ने फांसी लगाकर जान दे दी। परिजनों ने आरोप लगाया कि कोचिंग की टीचर ने पहले छात्र को प्यार के जाल में फंसाया। इसके बाद रेप की झूठी शिकायत दर्ज करवाने की बात को लेकर धमकाने लगी। इस मामले में परिजनों ने महिला पुलिस थाने की पुलिसकर्मियों पर भी आरोप लगाए हैं कि उनके द्वारा मामला रफा-दफा करने के लिए रुपये लिए गए।
घर में छात्र ने लगाई फांसी
बताया जा रहा है कि टीचर के झूठे केस में फंसने के आरोप से तंग आकर छात्र ने फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। छात्र गौरव हाडा ने अपने घर में फांसी लगाई है। मृतक की छोटी बहन ने उसे फंदे पर लटके देखा, तो परिजनों को सूचना दी। मृतक के पिता ने आरोप लगाए हैं कि गौरव जिस जगह इंग्लिश पढ़ने जाता था वहां की टीचर ने उसे अपने प्यार के जाल में फसाया और कई बार रुपये भी ऐंठ लिए।
"रुपये देना बंद किया तो..."
मृतक के पिता ने आगे बताया कि जब गौरव ने रुपये देना बंद कर दिया तो टीचर ने महिला थाने में रेप की झूठी शिकायत कर डाली। परिजनों ने महिला थाने की पुलिसकर्मियों पर भी आरोप लगाए कि केस में कार्रवाई नहीं करने की बात को लेकर 45 हजार रुपये लिए, इससे परेशान होकर युवक ने फांसी लगाई है। परिजनों ने इस मामले में महिला थाने पर प्रदर्शन की बात भी कही। फिलहाल मामले में बाणगंगा थाना पुलिस ने मर्ग कायम कर मामले की जांच शुरू कर दी है।
पैसे देकर मामला रफा-दफा करने का दबाव
वहीं, धमकी भरे मैसेज का स्क्रीन शॉट भी परिवार ने पुलिस को सौंपा है। मृतक की बहन का आरोप है कि महिला थाना प्रभारी और एसआई ने हमारे भाई की बात नहीं सुनी और उस पर पैसे देकर मामला रफा-दफा करने का दबाव बनाया। इसके बाद गौरव ने घर आकर आत्महत्या कर ली। (रिपोर्टर- भारत पाटिल)
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