बैतूल: भारत में आमतौर पर ये रूढ़िवाद हावी रहता है कि लोगों को बेटी की बजाय बेटे की चाहत रहती है। लेकिन मध्य प्रदेश से एक ऐसा मामला सामने आया है, जहां एक पिता को दो बेटों के बाद एक बेटी की चाहत थी। लेकिन कुदरत ने उसे तीसरी बार भी बेटे का तोहफा दिया। मगर तीसरा बेटा पैदा होने पर कलयुगी पिता ने नवजात शिशु को शराब के नशे में गला दबाकर मार डाला। ये घटना कोतवाली थाना क्षेत्र की पाढर चौकी के अंतर्गत आने वाले ग्राम बज्जरवाड़ा की बताई जा रही है।
शराब के नशे में छीनकर ले गया बच्चा
जानकारी मिली है कि एक पिता ने अपने 12 दिन के नवजात बच्चे की गला दबाकर हत्या कर दी। पुलिस ने आरोपी के खिलाफ मामला दर्ज कर उसे गिरफ्तार कर लिया है। इस मामले पर कोतवाली टीआई आशीष सिंह पंवार ने बताया कि कल रात 100 डायल पर सूचना मिली थी कि एक 12 दिन के शिशु की उसके पिता ने हत्या कर दी गई है। सूचना पर पुलिस टीम गांव पहुंची और मृतक बच्चे की मां रुचिका उइके से पूछताछ की गई। बच्चे की मां ने बताया कि शराब के नशे में उसके पति अनिल उइके ने रुचिका के साथ भी मारपीट की और उसकी गोदी में से बच्चे को छुड़ाकर ले गया। रुचिका मारपीट के डर से भाग गई थी। लेकिन जब वापस आई तो झोपड़े के अंदर बच्चा मृत पाया गया। उसकी गर्दन पर गला दबाने के निशान थे।
तीसरी बार लड़की चाह रहा था अनिल
इस मामले में पुलिस ने आरोपी पति अनिल उइके के खिलाफ हत्या की धारा 302 का मामला दर्ज किया है। आज सुबह आरोपी को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। अनिल उइके ने पुलिस को बताया कि उसके दो बेटे पहले से थे और वह तीसरी बार लड़की चाह रहा था। लेकिन तीसरा भी पुत्र पैदा हो गया। इसलिए उसने उसकी हत्या कर दी।
पत्नी पर डाल रहा था ऑपरेशन करवाने का दवाब
आरोपी अनिल उइके का कहना है कि उसकी पत्नी से वह ऑपरेशन करवाने के लिए बोल रहा था लेकिन वह गर्भवती हो गई। तो यह सोचा था कि तीसरी बेटी हो जाए, लेकिन बेटा पैदा हो गया। यही कारण है कि उसका गला दबाकर मार दिया। आरोपी ने बताया कि नशे के कारण हत्या हो गई। पुलिस घटना की जांच के दौरान आरोपी से पूछताछ कर रही है। पुलिस ने नवजात शिशु के शव का पोस्टमार्टम करने के बाद परिजनों को सौंप दिया है।
(रिपोर्ट- मयंक भार्गव)
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