मध्य प्रदेश के हरदा शहर में मंगलवार को एक पटाखा कारखाने में विस्फोट और आग लगने के बाद अपने 8 वर्षीय बेटे के लापता होने से चिंतित दिख रहे एक व्यक्ति ने कहा, ''मैं अब तक (आठ साल के) बेटे को नहीं ढूंढ पाया हूं'' जो खाना देने वहां आया था। अधिकारियों ने कहा कि प्रदेश की राजधानी भोपाल से लगभग 150 किलोमीटर दूर हरदा शहर के बाहरी क्षेत्र बैरागढ़ इलाके में स्थित पटाखा इकाई में हुई घटना में नौ लोगों की मौत हो गई और करीब 200 अन्य घायल हो गए।
घटनास्थल से काफी दूर तक बिखरे पीड़ितों के अंग
घटना के कई वीडियो सोशल मीडिया पर सामने आए, जिसमें घटनास्थल पर रुक-रुक कर हो रहे विस्फोटों के साथ आग दिखाई दे रही है और लोग खुद को बचाने के लिए इधर-उधर भाग रहे हैं। कुछ वीडियो में लोगों को यह कहते हुए सुना गया कि पीड़ितों के शरीर के अंग घटनास्थल से काफी दूर तक बिखरे हुए हैं। राजू ने संवाददाताओं को बताया कि जैसे ही उनके आठ साल के बेटे ने उन्हें खाना पहुंचाया, कारखाने में विस्फोट हो गया। उसने रुंधी आवाज में कहा, "विस्फोट तब हुआ जब मेरे बेटे गणेश ने मेरे लिए टिफिन पहुंचाया। वह मेरे आगे भागा, लेकिन मैं अब तक उसे ढूंढ नहीं पाया हूं।" उन्होंने कहा कि इकाई में 150 से अधिक लोग काम करते हैं और घटना के बाद वह सुरक्षित स्थान पर भाग गए।
दूर तक सुने गए धमाके
कुछ चश्मदीदों ने दावा किया कि फैक्ट्री से उड़ी सामग्री इसके पास की सड़क से गुजर रहे कुछ वाहनों पर भी गिरी। उन्होंने दावा किया कि विस्फोटों की आवाज घटनास्थल से 20-25 किलोमीटर दूर तक भी सुनी गई। कुछ लोगों ने मौके से भागते समय और काफी दूरी पर स्थित मकानों की छतों से आग लगने का वीडियो बनाया। स्थानीय लोगों ने दावा किया कि घटना में आसपास स्थित कुछ घर भी क्षतिग्रस्त हो गए। (इनपुट- भाषा)
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