रीवा: एमपी के रीवा और कटनी जिलों में ईडी ने छापेमार कार्रवाई शुरू कर दी है। वहीं ईडी की इस छापेमारी से हड़कंप मचा हुआ है। शनिवार को कटनी और रीवा में प्रवर्तन निदेशालय की टीम ने दो शराब कारोबारियों के ठिकानों पर छापामार कार्रवाई की है। दोनों ही ठेकेदारों के ठिकानों पर देर रात तक जांच पड़ताल जारी रही। यह पूरा मामला साल 2016 से जुड़ा हुआ बताया जा रहा है। दोनों ठेकेदारों ने मिल कर शासन को करोड़ों रुपए की चपत लगाई थी। बताया जा रहा है कि फर्जी डीडी लगाकर इन दोनों ने शराब का ठेका लिया था। इस मामले में दोनों ठेकेदारों के खिलाफ मामला भी दर्ज किया गया था। वहीं अब ईडी की टीमों ने छापेमार कार्रवाई की है।
शराब कारोबारी के ठिकानों पर छापेमारी
रीवा में शराब कारोबार पुष्पेन्द्र सिंह के बजरंग नगर स्थित आवास पर ईडी की छापेमार कार्रवाई जारी है। ईडी की टीम यहां पर विभिन्न दस्तावेजों की जांच कर रही है। वहीं ईडी की टीम ने स्थानीय पुलिस से बल की भी मांग की है। स्थानीय पुलिस विभाग ने ईडी को अतिरिक्त बल मुहैया करा दिया है। इसके बाद से पुलिस की सुरक्षा में पुष्पेन्द्र सिंह के ठिकानों पर छापामार कार्रवाई की जा रही है। सूत्रों की मानें तो इस जांच में भारी मात्रा में कुछ जरूरी दस्तावेज ईडी के हाथ लगे हैं। इन दस्तावेजों से इस मामले में कई खुलासे भी हो सकते हैं।
साल 2016 का है पूरा मामला
बता दें कि साल 2016 में शराब ठेकेदार पिंकू उर्फ पुष्पेन्द्र सिंह को शराब का ठेका मिला था। मार्जिन मनी जमा करने के एवज में 17 डिमांड ड्राफ्ट लगाए गए थे। इन 17 डिमांड ड्राफ्ट में से 13 फर्जी पाए गए थे। आबकारी विभाग में हुए इस बड़े फर्जी डीडी कांड का मास्टरमाइंड कटनी निवासी बल्लन तिवारी था। फर्जी डीडी के आधार पर ही शराब कारोबारी शराब बेंचता रहा। इससे शासन को करीब 4 करोड़ का नुकसान हुआ था। इसे लेकर लोकायुक्त में भी मामला दर्ज कराया गया था।
कटनी में भी ईडी ने की छापेमारी
वहीं इस मामले में दूसरा आरोपी बल्लन तिवारी उर्फ उमेश दत्त कटनी जिले के स्लीमनाबाद का रहने वाला है। बल्लन तिवारी के आवास पर भी ईडी ने शनिवार की सुबह छापेमारी की थी। बंधी स्टेशन के पास स्थित बल्लन के घर पर ईडी की टीम ने पहुंच कर जांच पड़ताल शुरू की। ईडी की रेड में घर के साथ ही दूसरे ठिकानों पर भी छापेमार कार्रवाई की गई है। ईडी की टीम ने जबलपुर की सुखसागर वैली कॉलोनी में भी छापामार कार्रवाई की है। वहीं मनी लॉड्रिंग के मामले की भी पड़ताल चल रही है।
(रीवा से अशोक मिश्रा की रिपोर्ट)
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