भोपाल: देश के कई राज्यों में जनसंख्या नियंत्रित करने के लिए कानून बनाने को लेकर बहस हो रही है। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ राज्य में नई जनसंख्या नीति जारी कर चुके हैं। दूसरे कई राज्यों में भी जनसंख्या नियंत्रण कानून पर बहस चल रही है। ऐसे में कांग्रेस के वरिष्ठ नेता दिग्विजय सिंह ने इसपर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि जनसंख्या ज्यादा होने का मुख्य कारण गरीबी है, गरीबी मिटेगी तो जनसंख्या खुद ही नियंत्रित हो जाएगी।
दिग्विजय सिंह ने कहा, "पढ़े लिखे लोगों के 2-3 से ज्यादा बच्चे कहां होते हैं? गरीबी इसका मुख्य कारण है, गरीबी मिटाओगे तो अपने आप जनसंख्या नियंत्रित हो जाएगी। मैंने तो 2000 में ही ये नीति बना दी थी, इन्हें तो 21 साल बाद समझ आ रही है।"
एमपी में जनसंख्या नियंत्रण कानून पर कोई प्रस्ताव विचाराधीन नहीं: मंत्री
भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के विधायक रामेश्वर शर्मा द्वारा मध्य प्रदेश में जनसंख्या नियंत्रण कानून बनाए जाने की मांग के बीच प्रदेश के गृह मंत्री नरोत्तम मिश्रा ने मंगलवार को कहा था कि अभी कोई प्रस्ताव राज्य सरकार के पास विचाराधीन नहीं है।
भोपाल की हुजूर विधानसभा सीट के विधायक रामेश्वर शर्मा ने मंगलवार को ट्वीट किया था, ‘‘मैंने मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री (शिवराज सिंह चौहान) को आज पत्र लिखा और उनसे आग्रह किया है कि राज्य में जनसंख्या नियंत्रण कानून लागू होना चाहिए, क्योंकि ये सुरक्षा, विकास और सुशासन के लिए अति आवश्यक है।’’
उन्होंने कहा था कि जनसंख्या वृद्धि के कारण प्रदेश में लगातार आबादी का अनुपात बढ़ता जा रहा है। शर्मा ने कहा था कि 2011 में हुई जनगणना के हिसाब से मध्य प्रदेश की जनसंख्या लगभग 7.25 करोड़ थी। वहीं, 2021 में मध्यप्रदेश की अनुमानित जनसंख्या लगभग 8.75 करोड़ है अर्थात पिछले 10 वर्षों में आबादी करीब 1.5 करोड़ से अधिक बढ़ी है, जो कि पश्चिमी देशों से कहीं ज्यादा है।
उन्होंने कहा था कि बढ़ती हुई जनसंख्या प्रदेश के विकास, सुशासन एवं सुरक्षा के लिए सबसे बड़ी चुनौती है। हालांकि, इस बारे में पूछे जाने पर प्रदेश के गृह मंत्री नरोत्तम मिश्रा ने जनसंख्या नियंत्रण से सम्बंधित जारी चर्चाओं पर विराम लगाते हुए कहा, ‘‘अभी कोई प्रस्ताव सरकार के पास विचाराधीन नहीं है।’’