भोपाल: देश में कोरोना वायरस के संक्रमण की रफ्तार भले ही थमती हुई नजर आ रही हो लेकिन मध्य प्रदेश की सियासत में इसकी चर्चा ने जोर पकड़ लिया है। कांग्रेस के दिग्गज नेता एवं राज्यसभा सांसद दिग्विजय सिंह ने जहां खुद को बीजेपी और RSS के लिए कोरोना वायरस बताया, वहीं सीएम शिवराज सिंह चौहान ने इस बयान पर पलटवार करते हुए कहा कि मध्य प्रदेश को कोरोना से ज्यादा नुकसान ‘दिग्गी’ ने पहुंचाया है। सूबे के गृह मंत्री नरोत्तम मिश्रा ने तो कह दिया कि हमारे पास ऐसी वैक्सीन है जो कोरोना को निष्क्रिय कर देती है।
‘कांग्रेस के कोरोना को चीन में ही जन्म लेना चाहिए’
विवाद की शुरुआत मध्य प्रदेश के जल संसाधन मंत्री तुलसी सिलावट के एक बयान के चलते हुई जिसमें उन्होंने दिग्विजय पर हमला बोलते हुए कहा था कि मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री कांग्रेस के कोरोना हैं। उन्होंने कहा था कि कोरोना की उत्पत्ति चीन से हुई है, इसलिए मैं कहता हूं कि कांग्रेस के इस कोरोना को चीन में ही जन्म लेना चाहिए, यह मेरी महाकाल से प्रार्थना है। तुलसी सिलावट का यह बयान सामने आया तो बवाल मच गया औऱ दिग्विजय ने इस पर अपने अंदाज में प्रतिक्रिया दी।
‘सिलावट से पूछें धंधे के लिए पैसा कहां से आया?’
दिग्विजय सिंह ने सिलावट के बयान पर प्रतिक्रिया मांगे जाने पर कहा, ‘मैं बीजेपी और RSS के लिए कोरोना हूं। सब जानते हैं तुलसी सिलावट कहां से हैं, कौन सा धंधा चलता है। तुलसी सिलावट से पूछिए आपका इतना बड़ा धंधा हो कहां से गया? कहां से पैसा आया? बीजेपी और संघ के लिए मैं कोरोना हूं।’ दिग्गी राजा का यह बयान सीएम चौहान को नागवार गुजरा। उन्होंने इस पर पलटवार करते हुए कहा, ‘दिग्विजय सिंह ने बिल्कुल ठीक तुलना की है। कोविड वायरस ने एमपी को उतना नुकसान नहीं पहुंचाया जितना उन्होंने और कमलनाथ ने पहुंचाया है।’
‘BJP की वैक्सीन कोरोना को निष्क्रिय कर देती है’
दिग्विजय के बयान पर सूबे के गृह मंत्री नरोत्तम मिश्रा ने कहा, ‘दिग्विजय खुद को कोरोना स्वीकार कर रहे हैं। सबको पता है कि कोरोना चीन से निकला वायरस है। लोग तो अभी तक यही बताते थे कि दिग्विजय सिंह ISI की भाषा बोलते हैं, उनके हिसाब से चलते हैं। लेकिन यहां तो बात आगे बढ़ कर चीन तक पहुंच गयी है। वैसे BJP के पास ऐसी वैक्सीन है जो कोरोना को निष्क्रिय कर देती है।’ इस जुबानी जंग की जड़ 4 दिन पहले दिग्विजय की महाकाल से प्रार्थना में है जब उन्होंने कहा था, ‘हे प्रभु,हे महाकाल, दूसरे ज्योतिरादित्य सिंधिया कांग्रेस में न पैदा हों।’