भोपाल: मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री और वरिष्ठ कांग्रेस नेता दिग्विजय सिंह के बोल एक बार फिर से बिगड़े हैं। उन्होंने भारतीय जनता पार्टी और राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ पर विवादस्पद बयान दिया है। उन्होंने कहा कि पहले चड्ढी छाप हुआ करते थे, अब पेटीकोट छाप आ गए हैं। इन लोगों को धर्म से कोई मतलब नहीं है। यह केवल अपनी गंदी राजनीति करने आये हैं।
क्या बोले दिग्विजय सिंह
दिग्विजय सिंह ने कहा, "इस देश की संस्कृति, इतिहास, इस देश के संस्कार को समझो। पहले चड्डीछाप, अब पेटीकोट छाप जो आ गए हैं। ये धर्म नहीं है। कहते हैं 500 साल की गुलामी, भगवान राम को ले आए। अरे नालायकों, तुमसे नीरव मोदी नहीं लाया गया, विजय माल्या नहीं लाया गया, तुम भगवान राम को ले आओगे। कहते थे रामलला हम आएंगे, मंदिर वहीं बनाएंगे। मस्जिद तोड़कर बनाएंगे। इन्हें धर्म से कुछ लेना-देना नहीं था, इनको मस्जिद तोड़ना था।"
दिग्विजय सिंह हैं दया के पात्र- कैलाश विजयवर्गीय
दिग्विजय सिंह के इस बयान पर पलटवार करते हुए भाजपा सरकार के मंत्री कैलाश विजयवर्गीय ने पलटवार किया है। विजयवर्गीय ने जबलपुर में कहा, "दिग्विजय सिंह और कांग्रेस के नेता फ्रस्ट्रेशन में चल रहे हैं। उनको मालूम है आने वाला भविष्य हमारा अच्छा नहीं है। उनके नेता की चमक धमक कुछ बची नहीं है इसलिए फ्रस्ट्रेशन में वह कुछ भी बोलते हैं। दिग्विजय सिंह दया के पात्र हैं इसलिए मैं इस पर कोई भी टिप्पणी नहीं करूंगा।
महिला के साथ दुर्व्यवहार को लेकर भी चर्चा में
वहीं ग्वालियर में एक महिला के साथ हुए दुर्व्यवहार को लेकर भी दिग्विजय सिंह चर्चा में छाए हुए हैं। दरअसल, बुधवार सुबह दिग्विजय सिंह ग्वालियर के सिटी सेंटर स्थित एक निजी होटल में अपने कार्यकर्ताओं से मुलाकात कर रहे थे। इस दौरान दिग्विजय सिंह जब एक तरफ खड़े होकर कांग्रेस के भिंड जिला अध्यक्ष मानसिंह कुशवाहा से बात कर रहे थे। उसी वक्त एक महिला दिग्विजय सिंह से मिलने के लिए आगे बढ़ गईं। यह देखकर दिग्विजय सिंह के गार्ड ने उसे रोक दिया और उन्हें वहां से जाने के लिए कह दिया। महिला को नजदीक आते देख दिग्विजय सिंह भी भड़क गए। उन्होंने कह दिया कि यह औरत पागल हो गई है, इसे बाहर निकालो। दिग्विजय सिंह के गार्डों ने उसे वहां से बाहर कर दिया।