मध्य प्रदेश के धार जिले में सरकारी छात्रावास में करंट लगने से दो आदिवासी छात्रों की मौत हो गई। राज्य सरकार ने बुधवार को छात्रावास के अधीक्षक और आदिवासी कल्याण विभाग के सहायक आयुक्त को सस्पेंड कर दिया है और मामले की जांच के आदेश दिए हैं। अधिकारी ने बताया कि यह घटना मंगलवार रात को जिला मुख्यालय से करीब 50 किलोमीटर दूर रिंगनोद में राज्य अनुसूचित जनजाति कल्याण विभाग द्वारा संचालित वरिष्ठ छात्र छात्रावास में हुई।
पानी की टंकी के पास गिरा बिजली का तार
सहायक आयुक्त बृजकांत शुक्ला ने बताया, "पानी की टंकी के पास बिजली का तार गिर गया। जब 17 वर्षीय विकास और आकाश टंकी से पानी लेने गए तो वे तार के संपर्क में आ गए।" उन्होंने संवाददाताओं को बताया कि उन्हें तुरंत अस्पताल ले जाया गया जहां चिकित्सकों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया। बाद में शुक्ला को निलंबित कर दिया गया।
छात्रावास अधीक्षक और सहायक आयुक्त निलंबित
मध्य प्रदेश के जनजातीय कार्य मंत्री विजय शाह ने अधिकारियों को मामले की गहन जांच करने और दोषियों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज करने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने अधिकारियों से सभी छात्रावासों में निवारक कार्रवाई करने को कहा है, ताकि ऐसी घटना दोबारा न हो। विज्ञप्ति में कहा गया है कि मंत्री के निर्देश पर इंदौर संभागीय आयुक्त दीपक सिंह ने सहायक आयुक्त बृजकांत शुक्ला को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया है। जिलाधिकारी प्रियंक मिश्रा ने छात्रावास अधीक्षक बनसिंह कन्नौज को निलंबित कर दिया है
सरदारपुर के ब्लॉक शिक्षा अधिकारी को कारण बताओ नोटिस भी जारी किया गया है। विज्ञप्ति में कहा गया है कि मुख्यमंत्री मोहन यादव ने मृतक छात्रों के परिजनों को दो-दो लाख रुपये की आर्थिक सहायता स्वीकृत की है। (भाषा इनपुट्स के साथ)