मुरैना, (मप्र)। मध्य प्रदेश के मुरैना जिले से एक दिल दहला देने वाली घटना सामने आयी है। मुरैना के जिला अस्पताल में 35 वर्षीय दिव्यांग व्यक्ति का शव कथित तौर पर मृत्यु के बाद रात भर वार्ड के बिस्तर पर पड़ा रहा और शव में चींटियां लगने और दुर्गंध आने के बाद उसकी मौत का पता चल सका। एक चिकित्सक ने बताया कि हैरानी की बात यह रही कि अस्पताल के कर्मचारियों को इस मरीज की मौत का पता तब चला जब वार्ड के अन्य मरीज़ों ने उसके बिस्तर से बदबू आने की शिकायत दूसरे दिन सुबह की।
अस्पताल के सिविल सर्जन डॉक्टर अशोक गुप्ता ने इस बात को स्वीकार किया कि अस्पताल के कर्मचारियों को पता नहीं चला कि उत्तर प्रदेश के फिरोजाबाद के रहने वाले देवेन्द्र वर्मा की मृत्यु वास्तव में कब हुई। देवेन्द्र की मृत्यु बुधवार रात को ही हो गयी थी और अगली सुबह जब वार्ड के अन्य मरीजों ने उसके बिस्तर से बदबू आने की सूचना अस्पताल के कर्मचारियों को दी तब उसके बारे में पता चला और डॉक्टरों ने गुरुवार सुबह लगभग आठ बजे इसकी सूचना पुलिस को दी।
हालांकि, अस्पताल के नर्सिग स्टाफ ने कहा कि उन्होंने सिविल सर्जन को मरीज की बिगड़ती हालत के बारे में सूचित कर दिया था तथा सुझाव दिया था कि मरीज को बेहतर उपचार के लिये संभागीय मुख्यालय ग्वालियर में स्थानांतरित किया जाना चाहिये, लेकिन उस पर कुछ नहीं हुआ। गुप्ता ने बताया कि देवेन्द्र की मौत की जानकारी हमें गुरुवार सुबह आठ बजे मिली। संभवत उसकी मौत पहले हो गयी थी, उसे बार-बार दस्त होने की शिकायत थी।
उन्होंने बताया कि जब उसे लावारिस हालत में अस्पताल में भर्ती कराया गया था तो पुलिस को इसकी सूचना दी गयी थी। लेकिन वह उसके परिजन को खोज नहीं सके। देवेन्द्र की मौत की सूचना जब वायरल हुयी तब उसके परिजन अस्पताल पहुंचे। गुप्ता ने बताया कि एक पैर से दिव्यांग देवेन्द्र को बीते 31 जुलाई को अस्पताल में भर्ती कराया था। बाद में हमें ग्वालियर के गणेशपुरा इलाके में रहने वाली उसकी बहन के बारे में पता चला। पुलिस ने कहा कि मामला दर्ज कर आगे जांच की जा रही है।