कटनी जीआरपी थाने में दलित महिला दादी और पोता की पिटाई के मामले पर पीड़ित कुसुम वंशकार ने देर रात मीडिया के सामने आईं और अपना दर्द किया साझा किया। महिला ने अपने साथ हुई पुलिस क्रूरता को सबके सामने रखा। उन्होंने बताया कि उनके बेटे को पकड़ने के लिए पुलिस दादी और पोते को पीटा है। वहीं, इस घटना को लेकर कांग्रेस राज्य सरकार को घेर रही है। आज राहुल गांधी शाम 4:00 बजे पीड़ित महिला से बात करेंगे।
वहीं, आज शाम 4:00 बजे तक कांग्रेस अध्यक्ष जीतू पटवारी दलित महिला के घर पहुंचेंगे और वहां फोन से महिला की राहुल गांधी से बात कराएंगे। परिवार और समाज के लोगों ने महिला कुसुम बाई और पोता दीपराज को सुरक्षित दूसरे स्थान पर पहुंचाया। शाम को जीतू पटवारी के सामने लाकर परिजन मिलवाएंगे।
पीड़ित महिला ने बताई आपबीती
मीडिया से बात करते हुए पीड़ित महिला कुसुम बाई ने उस दिन हुई अमानवीय घटना पर पर बात की। उन्होंने अपना दर्द बताते हुए कहा कि हमको थाने में बुलाकर पुलिसवाले हमारे बेटे के बारे में पूछ रहे थे। फिर जब हमने उनसे कहा कि हमें नहीं पता तो फिर दरवाजा खिड़की लगाकर प्लास्टिक वाले डंडे और लातों जूते से भी मारा हमें खूब मारा।
'पानी मांगा तो मुंह पर मारी लात'
कुसुम बाई ने कहा,"हमको पुलिस ले गई बोली बड़े साहब हमको बुलाए हैं। फिर जब हम वहां पहुंचे तो उन्होंने पूछा तुम्हारा बेटा कहां है दीपक। हमने कहा हमको पता नहीं, पकड़ो मारो हमको क्या करना है। बोले नहीं तेरो को पता है फिर हमसे जानकारी पूछा और फिर अचानक दरवाजा खिड़की लगाकर प्लास्टिक वाले डंडे से खूब मारा। लातों जूते से भी खूब मारा। पूरी रात मारे जब हम लेट जाएं तो फिर से उठा-उठा कर मारा। गिन-गिन के डंडे लाठी मारे। हम बहुत चिल्लाते रहे। जब पानी मांगा तो मुंह पर लात मारी।"
'कुछ पुलिसवाले बोले मर जाएगी'
आगे कहा कि कुछ पुलिसवाले बोले मर जाएगी तो हम बोले मार ही डालो। हमारा नाती भी था इसको कहीं और ले गए थे मारने के लिए और हमको अंदर मारे हैं। हमने कलेक्टर ऑफिस में आवेदन दिया था, शिकायत की थी। हम सिविल अस्पताल में 5 दिन भर्ती रहे मगर किसी ने भी नहीं सुना। हमको दवाई नहीं दिए सिर्फ बोतल चढ़ाई।
क्या है पूरा मामला?
बता दें कि बीते दिन एक वीडियो सामने आया जिसमें कटनी जीआरपी थाने में कुछ पुलिस वालों ने दलित महिला और उसके 15 साल के पोते को बुरी तरीके से मारा। हालांकि इस मामले पर मध्य प्रदेश पुलिस ने कहा कि सोशल मीडिया के जरिए जीआरपी थाना कटनी का वीडियो सामने आया है। वीडियो अक्टूबर 2023 का है। घटना संज्ञान में आने पर थाना प्रभारी को जीआरपी पुलिस लाईन जबलपुर अटैच किया गया है। पुलिस मुख्यालय द्वारा डीआईजी स्तर के अधिकारी को कटनी जाकर घटना की जांच के आदेश दिए गए हैं।
कांग्रेस ने मोहन यादव सरकार पर बोला हमला
इधर एमपी कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष जीतू पटवारी ने मामले पर सरकार को घेरा और इंडिया टीवी से कहा कि थाना प्रभारी के घर को भी बुलडोजर से तोड़ना चाहिए। मैं कटनी में जा रहा हूं राहुल गांधी जी से बात करवाऊंगा और राष्ट्रपति जी तक हम उनकी गुहार लगाएंगे। छतरपुर में पुलिस गुंडों जैसा व्यवहार कर रही है। रक्षक ही भक्षक बन गए हैं।
उन्होंने सरकार पर हमला बोलते हुए कहा कि मोहन यादव मुख्यमंत्री के साथ गृहमंत्री भी हैं अब तक थाना प्रभारी पर FIR क्यों नहीं हुई? भाजपा के कार्यकर्ता दलित पर पेशाब करते हैं, दलितों को घसीट-घसीट कर मारते हैं। प्रदेश में सबसे ज्यादा दलितों के साथ बलात्कार होता है। भारतीय जनता पार्टी दलित विरोधी सरकार है। एक साल पुराना अपराध क्या अपराध नहीं होता है। इस तरह बात करना भी पुलिस की नाकामी है।
हर मुद्दे पर राजनीति नहीं करनी चाहिए- मंत्री
सरकार में मंत्री विश्वास सारंग ने कटनी घटना पर कहा कि सरकार के मंत्री उच्च स्तरीय जांच के आदेश दे दिए हैं जांच की रिपोर्ट आने दीजिए। मुझे ऐसा लगता है कांग्रेस को हर मुद्दे पर राजनीति नहीं करनी चाहिए जो घटना है उसकी जांच हो रही है और यह सुनिश्चित है जो दोषी है उस पर उच्चस्तरीय कार्रवाई होगी। मध्य प्रदेश में ऐसी घटना की अनुमति नहीं है। उच्च स्तरीय जांच के आदेश दे दिए गए जांच के रिपोर्ट आने दीजिए। अपनी खुद की कुर्सी बचाने के लिए राजनीति करना यह उचित नहीं है। निवेदन है घटना में राजनीतिक रंग न दें यह उचित नहीं है जो घटना हुई है प्रदेश सरकार ने मुस्तैदी के साथ संज्ञान मिलते ही उच्च स्तरीय जांच के आदेश दिए हैं। मामले पर जांच के बाद ही कुछ ही कहना उचित होगा।
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