भोपाल: मध्य प्रदेश में शनिवार को कोरोना वायरस से संक्रमण के 3,844 नए मामले सामने आए हैं। इसके साथ ही प्रदेश में इस घातक वायरस से अब तक संक्रमित पाए गए लोगों की कुल संख्या बढ़कर 7,60,963 तक पहुंच गई। राज्य में पिछले 24 घंटों में इस बीमारी से प्रदेश में 89 और व्यक्तियों की मौत हुई है। मध्य प्रदेश स्वास्थ्य विभाग के एक अधिकारी ने बताया कि इन मौतों को मिलाकर सूबे में अब तक इस बीमारी से मरने वालों की संख्या 7,483 हो गई है।
‘राज्य में चल रहा 62,053 मरीजों का इलाज’
स्वास्थ्य अधिकारी ने कहा कि प्रदेश में शनिवार को कोविड-19 के सबसे ज्यादा 863 नए मामले इंदौर में सामने आए हैं। उन्होंने बताया कि इसके बाद प्रदेश की राजधानी भोपाल में 649 एवं जबलपुर में 136 नए संक्रमित मिले हैं। अधिकारी ने बताया कि प्रदेश में कुल 7,60,963 संक्रमितों में से अब तक 6,91,427 मरीज स्वस्थ हो गए हैं। उन्होंने बताया कि कोरोना वायरस से संक्रमित 62,053 मरीजों का इलाज चल रहा है। स्वास्थ्य अधिकारी ने कहा कि शनिवार को कोविड-19 के 9,327 रोगी स्वस्थ हुए हैं।
’31 मई तक राज्य को कोविड-19 से मुक्त करना है’
इसके पहले मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने प्रदेश में लागू कोरोना कर्फ्यू के प्रतिबंधों में आगामी एक जून से धीरे-धीरे ढील दिए जाने की शनिवार को घोषणा की। प्रदेश में कोरोना महामारी की स्थिति की समीक्षा बैठक में शनिवार को मुख्यमंत्री चौहान ने कहा, ‘हमारा लक्ष्य 31 मई तक हमारे राज्य को कोविड-19 से मुक्त करना है। कोरोना संक्रमण के कारण लगाए गए कोरोना कर्फ्यू को हमें धीरे-धीरे अनलॉक करना होगा। दुनिया को आगे बढ़ना है लेकिन हमें इस तरह से अनलॉक करना है कि कोविड-19 फिर से नहीं फैले।’
‘बड़े शहरों के कई इलाके कोविड-19 से मुक्त हुए’
प्रदेश सरकार द्वारा अप्रैल में लगाए गए लॉकडाउन जैसे प्रतिबंधों को इस बार ‘कोरोना कर्फ्यू’ नाम दिया गया। भोपाल, इंदौर सहित प्रदेश के अधिकांश जिलों में इसे 31 मई तक बढ़ाया गया है। मुख्यमंत्री ने कहा कि बड़े शहरों के कई इलाके कोविड-19 से मुक्त हो चुके हैं। उन्होंने कहा कि उन स्थानों की पहचान करें जहां कोरोना वायरस का संक्रमण अभी भी मौजूद है और इन इलाकों को सूक्ष्म निषिद्ध जोन बनाया जाए। सीएम ने कहा कि संक्रमित व्यक्ति या तो घर में रहे या उसे कोविड आइसोलेशन सेंटर में रखा जाए।