इंदौर: देश में कोरोना वायरस के प्रकोप से सबसे ज्यादा प्रभावित जिलों में शामिल इंदौर में इस महामारी से तीन और मरीजों की मौत होने की पुष्टि हुई है। इसके बाद जिले में इस वायरस के संक्रमण से दम तोड़ने वाले मरीजों की तादाद बढ़कर 68 पहुंच गयी है। मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी (सीएमएचओ) प्रवीण जड़िया ने बताया कि कोविड-19 से संक्रमित पाये गये 40, 64 और 69 वर्ष के पुरुषों की मौत शहर के अलग-अलग अस्पतालों में पिछले 12 दिन के दौरान हुई।
उन्होंने बताया कि पिछले 24 घंटे में कोरोना वायरस के 19 और मरीज मिलने के बाद जिले में इस महामारी की जद में आये लोगों की तादाद 1,466 से बढ़कर 1,485 पहुंच गयी है। जड़िया ने कहा, "जिले में कोरोना वायरस के नये मरीजों की तादाद में कमी आनी शुरू हो गयी है। हमें उम्मीद है कि अगले 15 दिन के भीतर इस महामारी की स्थिति काफी हद तक नियंत्रित हो जायेगी।"
वहीं इलाज के बाद 39 और मरीजों ने इस महामारी को मात दे दी। अधिकारियों ने बताया कि निजी क्षेत्र के श्री अरबिंदो इंस्टिट्यूट ऑफ मेडिकल साइंसेज (सैम्स) से 38 लोगों और शासकीय मनोरमा राजे टीबी (एमआरटीबी) चिकित्सालय से एक व्यक्ति को छुट्टी दी गयी।
उन्होंने बताया कि इलाज के बाद कोरोना वायरस के ये सभी 39 मरीज संक्रमण से मुक्त हो गये हैं। इसके बाद जिले में इस महामारी को हराने वाले लोगों की तादाद बढ़कर 216 पर पहुंच गयी है।
ताजा आंकड़ों के विश्लेषण से पता चलता है कि बृहस्पतिवार सुबह तक जिले में कोविड-19 के मरीजों की मृत्यु दर 4.58 प्रतिशत थी। इंदौर में कोरोना वायरस का पहला मरीज मिलने बाद, प्रशासन ने 25 मार्च से शहर की सीमा में कर्फ्यू लगा रखा है, जबकि जिले के अन्य स्थानों पर सख्त लॉकडाउन लागू है।