इंदौर: देश में कोरोना वायरस के प्रकोप से सबसे ज्यादा प्रभावित जिलों में शामिल इंदौर में इस महामारी से दो और मरीजों की मौत हो गयी है। इसके साथ ही, जिले में इस महामारी की चपेट में आकर दम तोड़ने वाले मरीजों की तादाद बढ़कर 83 पर पहुंच गयी है। मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी (सीएमएचओ) प्रवीण जड़िया ने बताया कि कोविड-19 से संक्रमित दो मरीजों ने शहर के अलग-अलग अस्पतालों में पिछले दो दिनों में आखिरी सांस ली।
उन्होंने बताया कि कोरोना वायरस के शिकार मरीजों में शामिल 50 वर्षीय पुरुष मधुमेह, उच्च रक्तचाप और गुर्दे के गंभीर रोग से पहले ही पीड़ित था, जबकि 54 वर्षीय पुरुष सेप्सिस (रक्त विषाक्तता) से जूझ रहा था।
सीएमएचओ ने बताया कि जिले में पिछले 24 घंटे के दौरान कोरोना वायरस के 18 और मरीज मिले। इसके बाद इस महामारी की जद में आये लोगों की तादाद 1,681 से बढ़कर 1,699 पर पहुंच गयी है।
हालांकि, इनमें से 595 मरीजों को इलाज के बाद संक्रमणमुक्त होने पर अस्पतालों से छुट्टी दी जा चुकी है। ताजा आंकड़ों के विश्लेषण से पता चलता है कि रेड जोन में शामिल इंदौर जिले में आज सुबह की स्थिति में कोविड-19 के मरीजों की मृत्यु दर 4.88 प्रतिशत थी।
पिछले 11 दिन से जिले में इस महामारी के मरीजों की मृत्यु दर पांच प्रतिशत से कम बनी हुई है। इंदौर में कोरोना वायरस का पहला मरीज मिलने के बाद से प्रशासन ने 25 मार्च से शहरी सीमा में कर्फ्यू लगा रखा है, जबकि जिले के अन्य स्थानों पर सख्त लॉकडाउन लागू है।