Madhya Pradesh: देश आज सोमवार को बाल दिवस(Children Day) मना रहा है। वहीं इस मौके पर मध्य प्रदेश के दमोह(Damoh) जिले से एक धर्मांतरण संबंधी मामला सामने आया है। जानकारी के मुताबिक दमोह में संचालित ईसाई मिशनरी के हॉस्टल में बच्चों के धर्मांतरण का मामला प्रकाश में आया है। इसे राष्ट्रीय बाल अधिकार संरक्षण आयोग(National Commission for Protection of Child Rights) ने गंभीरता से लिया है और थाने में शिकायत दर्ज कराई है।
हॉस्टल का अचानक इंस्पेक्शन किया गया
बताया गया है कि नेशनल कमीशन फॉर प्रोटेक्शन ऑप चाइल्ड राइट्स के अध्यक्ष प्रियंक कानूनगो और सदस्य ओंकार सिंह रविवार की शाम को औचक निरीक्षण पर पहुंचे थे और उन्होंने ईसाई मिशनरी द्वारा संचालित हॉस्टल का अचानक इंस्पेक्शन किया। इंस्पेक्शन के दौरान उनके साथ पुलिस अधिकारी भी मौजूद थे। कमीशन के ईसाई मिशनरी द्वारा संचालित हॉस्टल जो भिडावरी गांव में संचालित है, वहां पहुंचे और वहां जो बच्चे मिले उनसे जब पूछताछ की गई तो पता चला कि उन बच्चों को ईसाई धर्म की शिक्षा दी जा रही है।
10 लोगों पर मामला दर्ज
आयोग के अध्यक्ष ने इस बात की पुष्टि की है कि वे यहां सरप्राइज इंस्पेक्शन करने आए थे। इसके साथ उन्होंने कहा कि हॉस्टल में रह रहे बच्चों को ईसाई धर्म की शिक्षा के साथ धर्मांतरण कराए जाने की शिकायत भी सामने आई है। इस मामले में बाल विकास विभाग के अधिकारी का रवैया ठीक नहीं रहा और उन्होंने हॉस्टल संचालक को टीम के आने की सूचना दी, जबकि यह इंस्पेक्शन औचक था।इस पूरे मामले को लेकर आयोग के अध्यक्ष ने देहात थाने पहुंचकर 10 लोगों पर मामला दर्ज कराया है।