भोपाल: मध्य प्रदेश की भाजपा सरकार पर 50 फीसदी कमीशन लेने का आरोप लगाते हुए प्रियंका गांधी के ट्वीट ने एमपी का सियासी पारा चढ़ा दिया है। भाजपा सरकार के सीएम समेत तमाम मंत्री और संगठन इसे फर्जी ट्वीट बताते हुए प्रियंका गांधी पर कार्रवाई की बात कर रहे हैं। दरअसल, पेटी कांट्रेक्टर के संगठन लघु एवं मध्यम श्रेणी संविदाकर के नाम से एक लेटर प्रदेश में वायरल हुआ, जिसके बाद एमपी की सियासत में ये बवाल खड़ा हुआ।
ठेकेदारों के लेटर बम में क्या लिखा?
कांट्रेक्टर संगठन के इस लेटर में लिखा, "जब से बीजेपी की वर्तमान सरकार अस्तित्व में आई तब से लेकर अब तक हम संविदाकारों का जीवन नर्क हो गया है। लगभग हर जिले में बड़े पैमाने पर निर्माण कार्यों के भुगतान लंबित हैं। कुछ दलाल किस्म के लोग सक्रिय हैं जो 50 फीसदी कमीशन लेकर भुगतान कर रहे हैं। मूल ठेकेदार हमें निविदा में स्वीकृत राशि का मात्र 40-30 हिस्सा देखकर कार्य कराते हैं। स्वीकृत राशि में से 50% राशि कमीशन के तौर पर बट जाती है, 10% राशि मूल ठेकेदार रखते हैं और शेष 40 फीसदी में ही हमें काम करना होता है। हम सभी का आग्रह है कि पूरे मामले की जांच हाई कोर्ट जज से कराकर प्रदेश के समस्त संविदाकरों को भुगतान करने की कृपा करें।"
कमलनाथ ने बताया घोषणावीर और नटवरलाल
इस लेटर पर प्रियंका गांधी के ट्वीट के आते ही पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने इसे रीट्वीट किया और लिखा, "आदरणीय प्रियंका जी आपने मध्य प्रदेश में फैले भ्रष्टाचार के दानव को पूरी दुनिया के सामने उजागर कर स्पष्ट कर दिया है कि मध्य प्रदेश की जनता किस तरह सत्ताधारी पार्टी की कमीशन और लूट का शिकार बन रही है। मध्यप्रदेश में गर्भवती महिलाओं के पोषण आहार से लेकर भगवान महाकाल के परिसर के निर्माण तक में 50% से अधिक कमीशन का घोटाला किया जा रहा है। मध्य प्रदेश में घोषणावीर नटवरलाल की सरकार है जो पैसा दो, काम लो के सिद्धांत पर चल रही है।"
प्रियंका ने लिखा- BJP ने भ्रष्टाचार का अपना ही रिकॉर्ड तोड़ा
2023 के मध्य प्रदेश चुनाव की अघोषित कमान संभाल चुकी प्रियंका गांधी ने शिवराज सिंह चौहान की भाजपा सरकार के 50 फ़ीसदी कमिशन लेने वाले इस वायरल लेटर को हाथों-हाथ लिया। भाजपा की मानें तो प्रियंका गांधी ने बिना इस पत्र की सत्यता जाने इसे ट्वीट भी कर दिया। प्रियंका गांधी ने अपने ट्वीट में लिखा, "मध्य प्रदेश में ठेकेदारों के संघ ने हाईकोर्ट के मुख्य न्यायाधीश को पत्र लिखकर शिकायत की है कि प्रदेश में 50% कमीशन देने पर ही भुगतान मिलता है। कर्नाटक में भ्रष्ट BJP सरकार 40% कमीशन की वसूली करती थी। मध्य प्रदेश में BJP भ्रष्टाचार का अपना ही रिकॉर्ड तोड़कर आगे निकल गई है। कर्नाटक की जनता ने 40% कमीशन वाली सरकार को बाहर किया, अब मध्य प्रदेश की जनता 50% कमीशन वाली भाजपा सरकार को सत्ता से हटाएगी।"
जयराम रमेश ने भी मध्य प्रदेश सरकार पर साधा निशाना
प्रियंका गांधी के ट्वीट के बाद जयराम रमेश भी सामने आए। उन्होंने भी लगे हाथों भाजपा को 50 फिजी कमीशन लेने वाली पार्टी बताते हुए लिखा कि भाजपा की भ्रष्ट सरकार को जनता सत्ता से बाहर करेगी। उन्होंने कहा, "कर्नाटक में भाजपा की 40% कमीशन वाली सरकार थी। मध्य प्रदेश की BJP सरकार उससे भी एक कदम आगे है। यहां 50% कमीशन की बात सामने आ रही है। जैसे कर्नाटक के लोगों ने भ्रष्ट भाजपा सरकार को हटाया वैसे ही मध्य प्रदेश की जनता भी इस भ्रष्ट सरकार को सत्ता से बाहर करेगी।"
एमपी में खुलेआम लूट मची है- दिग्विजय
10 सालों तक मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री रहे दिग्विजय सिंह भी सामने आए और शिवराज सिंह सरकार पर ताबड़तोड़ हमला बोल डाला। उन्होंने कहा कि कर्नाटक में एक मिनिस्टर 40 ले रहा था यहां पर पटवारी, गिरदावर, तहसीलदार, एसडीएम, कलेक्टर, कमिश्नर, मंत्री, ऊपर तक हर डिपार्टमेंट है। एमपी में खुलेआम लूट मची है।
नरोत्तम मिश्रा बोले- प्रियंका से झूठा पत्र ट्वीट करा दिया
वहीं इस पूरे मामले पर बीजेपी नेता और प्रदेश के गृह मंत्री नरोत्तम मिश्रा ने कहा, "इससे कांग्रेस की घृणित मानसिकता का अंदाजा करो कि कितनी घृणित राजनीति करती है। कांग्रेस मध्यप्रदेश में झूठ पर आधारित राजनीति करती है। इससे एक बात भी सिद्ध होती है कि वर्तमान में कांग्रेस मुद्दा विहीन है। प्रियंका गांधी जी, ये कमलनाथ जी, दिग्विजय सिंह, अरुण यादव ने पहले आपके भाई से झूठ बुलवा दिया मध्य प्रदेश में कर्जे के बारे में, अब आपसे झूठे पत्र के आधार पर ट्वीट करवा दिया। कांग्रेस के प्रति पहले से ही लोगों में विश्वास नहीं है और अब आपके इस झूठे ट्वीट से विचार ही खंडित हो गए लोगों के और कांग्रेस के भी। मैं आपको चुनौती देना चाहता हूं। कौन अवस्थी जी, कहां रहते हैं, क्या करते हैं, यह संस्था कौन सी है जिसका आप ने ट्वीट किया। बिल्कुल स्पष्ट उजागर करो, वरना हमारे पास सारे विकल्प खुले हैं कार्यवाही के लिए। यह गंदी राजनीति बंद करो, ऐसे किसी को फ्रेम नहीं कर सकते।
सीएम शिवराज बोले- इस नाम का न कोई संगठन है, ना कोई व्यक्ति
वहीं इस मामले पर खुद मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने सफाई दी। सीएम ने कहा कि दो दिनों से इस वायरल लेटर की सत्यता मध्य प्रदेश की गृह मंत्रालय की इंटेलिजेंस टीम लगातार कर रही थी। उन्होंने बताया कि कांग्रेस भ्रम फैला रही है। इस नाम का न कोई संगठन है, ना कोई व्यक्ति। उन्होंने सोचा जैसे कर्नाटक में चला दिया, वैसे ही एमपी में चला दो। अब इस पर क्या कार्यवाही करना है, हम रणनीति बना कर करेंगे।
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