भोपाल: मध्यप्रदेश के कूनो नेशनल पार्क से लगातार बुरी खबर सामने आ रही है, साउथ अफ्रीका से लाए गए एक और नर चीते सूरज की आज को मौत हो गई है। बीते मंगलवार यानि 11 जुलाई को भी एक नर चीते तेजस की मौत हुई थी। बीते 4 महीने में कूनो में 3 शावक समेत सूरज को मिलाकर अब 8 चीतों की मौत हो चुकी है। बता दें कि पिछले साल प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के जन्मदिन पर नामीबिया से चीते लाए गए थे। इनके रहने के लिए मध्य प्रदेश के कूनो नेशनल पार्क में इंतजाम किया गया था, लेकिन शायद इन चीतों को भारत का वातावरण रास नहीं आया।
पिछले 4 महीने में 8वीं मौत
चीतों की लगातार मौत का सिलसिला थमा नहीं रहा है। जबकि चीतों को बचाने नेशनल टाइगर अथॉरिटी ने 11 सदस्यीय चीता स्टीयरिंग कमेटी बनाई है। सबसे पहले 25 मार्च को मादा चीता साशा की मौत हुई थी, हालांकि 27 मार्च को ज्वाल चीता ने 4 शावकों को जन्म दिया था। लेकिन इनमें से अब तक 3 की मौत हो चुकी है। इसके बाद चीता उदय और दक्षा चीता की भी मौत हो चुकी है।
750 वर्ग किमी इलाके में फैला कूनो नेशनल पार्क
विंध्याचल पहाड़ियों के उत्तरी किनारे पर स्थित कूनो राष्ट्रीय उद्यान 750 वर्ग किमी इलाके में फैला है और इसका नाम यहां की कूनो नदी पर रखा गया है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 8,000 किलोमीटर दूर इनके मूल स्थान नामीबिया से लाए गए इन चीतों को शनिवार को केएनपी के पृथकवास के बाड़ों में छोड़ा था। भारत में 1952 में विलुप्त हो चुके इस जानवर को पुनः देश में बसाने के लिए प्रोजेक्ट चीता के तहत ये प्रयास किए जा रहे हैं।
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