मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ भाजपा में शामिल हो सकते हैं? इस तरह के सवाल और कयासबाजियां राजनीतिक गलियारों में चर्चा का केंद्र बनी हुई है। दरअसल ऐसा होने के पीछे एक वजह भी है। दरअसल कमलनाथ के दो बयाने के चलते इस तरह के कयास लगाए जा रहे हैं कि वे भाजपा में शामिल हो सकते हैं। दरअसल उमरेठी की एक सभा में उन्होंने कहा कि मैं अपनी आखिरी सांस तक छिंदवाड़ा के नए विकास के लिए प्रयास करता रहूंगा। आपका प्यार और विश्वास मुझे शक्ति देता है। वही प्यार और विश्वास मुझे मेरी आखिरी सांस तक मिलता रहे।
कमलनाथ का बयान
कमलनाथ ने अपने अपने दूसरे भाषण यानी दमुआ की सभा में कहा, अंतिम सांस तक हम सब मिलकर (छिंदवाड़ा के लोग) रहेंगे और विकास की एक नई यात्रा शुरू करेंगे। आपके प्यार और विश्वास ने जो मुझे शक्ति दी। उसी के कारण यह सब संभव हुआ। आपका प्यार और विशअवास मुझे हमेशा मिलता रहे। बल और शक्ति मिलती रहे। कमलनाथ के इन दो बयानों के कारण ही ऐसे कयास लगाए जा रहे हैं कि कमलनाथ भाजपा का दामन थाम सकते हैं। हालांकि कांग्रेस के वरिष्ठ नेता दिग्विजय सिंह ने इस तरह की कयासबाजियों का खंडन किया है।
कांग्रेस को मिल रहे झटके
गौरतलब है कि पिछले कुछ दिनों में कांग्रेस को काफी झटके मिल चुके हैं। बीते दिनों महाराष्ट्र कांग्रेस के नेता बाबा सिद्दीकी और अशोक चव्हाण ने कांग्रेस से किनारा कर लिया। वहीं इससे पहले मिलिंद देवड़ा ने भी कांग्रेस छोड़ दिया था। बाबा सिद्दीकी ने कांग्रेस छोड़ने के बाद कहा कि इस पार्टी में मेरा सम्मान नहीं रह गया था। मेरे परिवारवालों को परेशान किया गया, लेकिन पार्टी अध्यक्ष जब अपने विधायक की ही नहीं सुनता तो किसी और की क्या सुनेगा। ऐसे में मैंने पार्टी छोड़ने का फैसला लिया। वहीं मिलिंद देवड़ा ने भी कुछ इसी तरह का बयान देकर कांग्रेस से किनारा किया था।