कर्नाटक विधानसभा चुनाव के लिए कांग्रेस के मेनिफेस्टो में वादा किया गया है कि अगर वे सत्ता में आते हैं, तो राज्य में बजरंग दल पर बैन लगा देंगे। कांग्रेस के इस वादे के साथ ही देश की सियासत में हलचल मच गई है। इसे लेकर प्रधानमंत्री मोदी से लेकर बीजेपी के शीर्ष नेता जमकर नाराजगी जाहिर कर रहे हैं। आलम ये है कि कर्नाटक के कांग्रेस के मेनिफेस्टो का सबसे ज्यादा असर मध्य प्रदेश में देखने को मिल रहा है। कांग्रेस द्वारा बजरंग दल पर प्रतिबंध लगाने की घोषणा को लेकर मध्य प्रदेश के गृह मंत्री नरोत्तम मिश्रा ने प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष कमलनाथ को पत्र लिखा है, तो वहीं प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कांग्रेस पर जमकर कर प्रहार किया है।
नरोत्तम मिश्रा के पत्र पर कमलनाथ का जवाब?
मध्य प्रदेश के गृह मंत्री नरोत्तम मिश्रा ने प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष कमलनाथ से पूछा कि क्या वो मध्य प्रदेश में भी बजरंग दल पर पाबंदी का समर्थन करेंगे, तो जवाब में कमलनाथ ने पलटवार करते हुए कहा कि सुप्रीम कोर्ट ने स्पष्ट रूप से कहा है कि जो भी व्यक्ति या संस्था समाज में नफरत या विवाद पैदा करते हैं, उन पर सख्त कार्रवाई होनी चाहिए। यह किसी व्यक्ति या संस्था को टारगेट करने का विषय नहीं है, यह हमारी सामाजिक एकता का विषय है, इसका बजरंग दल और हनुमान जी में क्या संबंध है। बता दें कि पीएम मोदी ने कांग्रेस के मेनिफेस्टो पर प्रहार करते हुए कहा था कि भगवान राम के बाद अब जय बजरंग बली बोलने वालों को ताले में बंद करने की तैयारी की जा रही है।
"वह बजरंग दल जो प्रखर राष्ट्रवादी संगठन है..."
वहीं, काग्रेस पर पलटवार करते हुए मुख्यमंत्री शिवराज ने कहा, "जाको प्रभु दारुण दुख देही, ताकी मति पहले हर लेही। कांग्रेस की मति मारी गई है, जो बजरंग दल पर प्रतिबंध लगाने की बात कर रही है।" उन्होंने कहा, "बजरंग दल पर प्रतिबंध लगाने की बात कहते हैं, वह बजरंग दल जो प्रखर राष्ट्रवादी संगठन है, वह बजरंग दल जो आतंकवाद का विरोध करता है, लव जिहाद का विरोध करता है। सामाजिक सेवा सहित देश भक्ति के भाव, अपनी धर्म और संस्कृति के प्रति स्वाभिमान और जागरण का भाव पैदा करता है, उसकी तुलना पीएफआई से, आतंकवादी संगठन से हो रही है।"
"मौका मिलते ही हिंदुत्व का विरोध करती है"
शिवराज ने आगे कहा, "ये वही कांग्रेस है, जो भगवान राम के मंदिर निर्माण का विरोध करती थी। ये वही कांग्रेस है, जिन्होंने रामसेतु को काल्पनिक कहा था। ये वही कांग्रेस है जो मौका मिलते ही हिंदुत्व का विरोध करती है। आज उसका चेहरा पूरी तरह से बेनकाब हो गया है। कौन भूलेगा...मध्य प्रदेश में सिमी के नेटवर्क को खाद पानी कौन देता था? सर्जिकल स्ट्राइक का विरोध करने वाले, आतंकवादियों को महिमामंडित करने वाले अब बजरंग दल पर प्रतिबंध लगाने की बात कर रहे हैं। कमलनाथ जी बड़े हनुमानजी के भक्त बनते हैं। प्रतिबंध बजरंग दल पर लगाने की बात कांग्रेस कर रही है। कमलनाथ भी इसका जवाब दें।"