मध्य प्रदेश में इस साल के अंत में होने वाले विधानसभा चुनाव को लेकर सियासी सरगर्मी तेजी से बढ़ रही है। सत्ता में काबिज बीजेपी और मुख्य विपक्षी दल कांग्रेस दोनों प्रमुख सियासी पार्टियां यात्राओं के सहारे वोटरों के बीच अपनी पकड़ मजबूत करने में जुटी हैं। इसे लेकर बीजेपी की 'जन आशीर्वाद यात्रा' चल रही है, जिसके विरोध में आज यानी 19 सितंबर से कांग्रेस प्रदेश भर में 'जन आक्रोश यात्रा' शुरू करने जा रही है। इसका उद्देश्य कांग्रेस द्वारा भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) के 18 साल के शासनकाल में हुए भ्रष्टाचार को गांव-गांव तक पहुंचाना है।
गांधी चौराहे पर शुभारंभ सभा
मंदसौर जिले में 'जन आक्रोश रैली' में पूर्व मंत्री जीतू पटवारी, कुणाल चौधरी, कुलदीप इंदौरा, अर्चना जायसवाल सहित अन्य नेता मौजूद रहेंगे। यात्रा 19 सितंबर को भगवान पशुपतिनाथ मंदीर में पूजा-अर्चना के बाद शुरू की जाएगी। मंदसौर के गांधी चौराहे पर शुभारंभ सभा आयोजित की जाएगी, जिसके बाद जन आक्रोश यात्रा पीपल्यामंडी, मल्हारगढ़ होते हुए नीमच पहुंचेगी, जहां रात्रि विश्राम होगा।
इन जगहों से निकलेगी यात्रा
यात्रा 20 सितंबर को नीमच, जावद, मनासा होते हुए गांधीसागर भी आएगी, जहां रात्रि विश्राम होगा। इसके बाद 21 सितंबर को यात्रा मंदसौर जिले की गरोठ विधानसभा के गांधीसागर से शुरू होकर भानपुरा पहुंचेगी, जहां एक विशाल आमसभा होगी। इसके बाद यात्रा दुधाखेड़ी माता जी दर्शन के बाद गरोठ, मेलखेड़ा होते हुए सुवासरा विधानसभा के शामगढ़ पहुंचेगी। यहां शामगढ़ के हृदय में स्थित भगवान शिव हनुमान मंदिर पर विशाल आमसभा होगी। उसके बाद यात्रा सुवासरा सीतामऊ होते हुए रतलाम जिले की आलोट विधानसभा में प्रवेश करेगी।
2018 चुनाव के क्या थे नतीजे?
बता दें कि 2018 के विधानसभा चुनाव में किसी भी दल को पूर्ण बहुमत नहीं मिला था। इसकी वजह से इस बार दोनों ही पार्टियां मतदाताओं के बीच पहुंचने की कोशिश में जुटी है। बीजेपी ने 'जन आशीर्वाद यात्रा' में अपनी पूरी ताकत झोंक दी है। इसमें सिर्फ प्रदेश ही नहीं केंद्रीय राजनीति के बड़े चेहरे भी हिस्सा ले रहे हैं। वह जगह-जगह पहुंचकर केंद्र और राज्य सरकार की योजनाओं का ब्योरा दे रहे हैं और कांग्रेस पर लगातार हमलावर हैं।
- अशोक परमार की रिपोर्ट के साथ