भोपाल: मध्य प्रदेश की राजनीति में इस समय जबरदस्त भूचाल आया हुआ है। यहं हर रोज ज्वार-भाटाएं आ रही हैं। कयास लगाए जा रहे हैं कि प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री कमल नाथ भारतीय जनता पार्टी में शामिल होने वाले हैं। इसके साथ ही उनके बेटे भी बीजेपी में जा सकते हैं। हालांकि कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष जीतू पटवारी, दिग्विजय सिंह ने इसे अफवाह बताया है।
प्रदेश कांग्रेस हुई अलर्ट
वहीं रविवार को दिल्ली में उन्होंने कांग्रेस छोड़ने और बीजेपी में जाने के सवाल पर कहा कि मेरी तो किसी से बात नहीं हुई है और मेरा अभी ऐसा कोई मन नहीं है। इसके साथ ही कांग्रेस के महासचिव जितेंद्र सिंह ने कमलनाथ के बीजेपी में जाने की अटकलों पर कहा कि वह बीजेपी में शामिल नहीं हो रहे हैं। हालांकि इन सभी के बीच मध्य प्रदेश कांग्रेस अलर्ट और सेफ मोड में आ गई है।
मंगलवार को बुलाई गई बैठक
अब प्रदेश अध्यक्ष जीतू पटवारी और प्रदेश प्रभारी जितेंद्र सिंह ने मंगलवार को प्रदेश कांग्रेस कमेटी में रणनीतिकारों की बैठक बुलाई है। इस बैठक के जरिए तमाम विधायकों और कांग्रेस नेताओं का मन टटोलने की कोशिश की जाएगी। इसके साथ ही असंतुष्ट नेताओं को समझाने की कोशिश की जाएगी। माना जा रहा है कि कमलनाथ के साथ-साथ कई विधायक, पूर्व विधायक, मेयर समेत कई अन्य बड़े नेता कांगेस पार्टी छोड़ सकते हैं।
विधानसभा चुनावों में हुई थी हार
बता दें कि पिछले साल हुए विधानसभा चुनाव में कांग्रेस पार्टी की करारी हार हुई थी। इस हार का सारा ठीकरा कमल नाथ के सिर पर फोड़ा गया था। इसके पीछे कारण बताया गया था कि कांग्रेस आलाकमान ने कमल नाथ को फ्री हैंड दिया था लेकिन इसके बाद भी चुनावों में पार्टी को बुरी हार का समना करना पड़ा था। इस दौरान आलाकमान की तरफ से भेजे गए प्रभारियों के साथ भी कमल नाथ का मनमुटाव हुआ था।
राज्यसभा ना भेजे जाने से नाराज थे कमलनाथ
चुनाव में हार के बाद प्रदेश कांग्रेस का नेतृत्व भी बदल दिया गया। जीतू पटवारी को प्रदेश अध्यक्ष बना दिया गया। नेता प्रतिपक्ष का पद भी कमलनाथ से छीन लिया गया। वहीं इसके बाद जब राज्यसभा चुनाव की बारी आई तो भी कमलनाथ को नजरंदाज किया गया। इसके लिए कमलनाथ भी दावेदारी थोक रहे थे लेकिन पार्टी ने अर्जुन सिंह को मौका दिया। इसके बाद कमलनाथ के बीजेपी में जाने की ख़बरें आने लगीं।