मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने एक बार फिर से जुबानी तरकश से नया तीर छोड़ा है। इस बार सीएम शिवराज ने इमोशनल कार्ड खेला है। दरअसल, डिंडोरी में चरण पादुका योजना अंर्तगत जनजतीय सम्मान समारोह सभा को सम्बोधित करते वक्त सीएम शिवराज ने ये बयान दिया। मुख्यमंत्री शिवराज ने एमपी चुनाव में किनारे लगाए जाने की चर्चाओं के बीच नया पैंतरा चला और जनसभा में ही पूछ लिया, "मैं अच्छी सरकार चला रहा हूं या नहीं? मुझे सीएम बनना चाहिए कि नहीं? प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को पीएम बनना चाहिए कि नहीं?" इस बीच सीएम शिवराज ने लाड़ली बहनों को भाजपा की सरकार बनाने का संकल्प भी दिलाया।
चुनाव लड़ने पर शिवराज ने जनता से मांगी थी राय
गौरतलब है कि कुछ दिन पहले ही बुधनी विधानसभा के ग्राम सातदेव में जनता को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने चुनाव लड़ने को लेकर भरे मंच से जनता से पूछा था "चुनाव लड़ूं या नहीं लड़ूं बोलो।" वहीं जनता की तरफ से मामा-मामा के जयकारे गूंजे तो सीएम मुस्कुरा दिए। इस बयान से भी दो दिन पहले सीएम शिवराज ने अपने गृह जिले सीहोर में लाडली बहन योजना का जिक्र करते हुए मंच से कहा था कि "ऐसा भईया नहीं मिलेगा, अगर चला गया तो बहुत याद आऊंगा तुम्हें।"
शिवराज की दावेदारी पर ग्रहण?
दरअसल, बीजेपी आलाकमान की ओर से केंद्रीय मंत्रियों और सांसदों को चुनावी मैदान में उतारने के बाद से सियासी जुबानों पर अंदर ही अंदर सीएम शिवराज के चुनाव नहीं लड़ने की सुगबुगाहट चल रही है। वहीं सीएम शिवराज की उम्मीदवारी पर अबतक ग्रहण लगा हुआ है। इस सबके बीच शिवराज सिंह चौहान की चुनाव लड़ने को लेकर ये बातें साफ इंगित कर रही हैं कि उनके मन में आलाकमान से नाराजगी है या हताशा है।
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