मध्य प्रदेश समेत देश के 5 राज्यों में विधानसभा चुनाव होने वाले हैं। मध्य प्रदेश में 17 नवंबर को वोटिंग की जाएगी और 3 दिसंबर को चुनाव के परिणाम घोषित होंगे। इस बीच सत्ताधारी दल और विपक्षी दलों द्वारा एक दुसरे पर खूब हमले बोले जा रहे हैं। इस बीच मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा, 'अब गठबंधन बन रही है। INDI गठबंधन बना लिया और गठबंधन के लोग कह रहे हैं सनातन मलेरिया, डेंगू है। इसे खत्म करना होगा। अरे तुम क्या करोगे कांग्रेसियों, कई आए और चले गए। कोई सनातन की तरफ ऊंगली नहीं उठा पाया है।' बता दें कि तमिलनाडु के मुख्यमंत्री व तमिलनाडु सरकार में मंत्री उदयनिधि स्टालिन ने सनातन धर्म की तुलना मलेरिया-डेंगू से की थी। इसी पर शिवराज सिंह चौहान ने निशाना साधा था।
एमपी कांग्रेस और सपा के बीच विवाद
बता दें कि मध्य प्रदेश विधानसभा चुनाव से पूर्व विपक्षी गठबंधन के दो अहम दलों कांग्रेस और समाजवादी पार्टी के बीच भी विवाद देखने को मिल रहा है। इस विवाद में अखिलेश यादव ने कांग्रेस पर हमला बोलते हुए कहा था कि सारी जानकारी लेने के बावजूद कांग्रेस पार्टी ने उन्हें सीटें नहीं दी। अखिलेश यादव ने कहा कि अब लोकसभा चुनाव के दौरान सीट बंटवारे और गठबंधन पर वह विचार करेंगे। उन्होंने कहा, 'कांग्रेस ने उनके साथ जैसा व्यवहार किया है, वो भी उनके साथ वैसा ही व्यवहार करेंगे। लोकसभा चुनाव में उत्तर प्रदेश में कैसे गठबंधन होगा हम देखेंगे।'
कमलनाथ को रामगोपाल यादव ने बताया दोस्त
बता दें कि इस बीच अखिलेश यादव के बयान पर कमलनाथ ने कहा था कि टिकट को लेकर करीब 4 हजार लोगों ने आवेदन किया था। हर उम्मीदवार को लगता है कि वह चुनाव जीतेगा। सीटों का बंटवारा और टिकट देने का फैसला चर्चा के बाद लिया गया है। वहीं कमलनाथ को लेकर बीते कल सपा सांसद रामगोपाल यादव ने कहा था कि 'रहने दो यार। हमें इसपर कुछ नहीं कहना है। छुटभैये नेता हैं ये। इसके अलावा मैं कोई कमेंट नहीं करूंगा। अखिलेश पहले ही इस पर कमेंट कर चुके हैं, मैं रिपीट नहीं करूंगा।' वहीं आज उन्होंने कमलनाथ के बयान पर कहा कि कमलनाथ मेरे दोस्त हैं। मैं उनसे कुछ नहीं कहूंगा।