मध्य प्रदेश के बांधवगढ़ टाइगर रिजर्व में 72 घंटे के भीतर 10 हाथियों के मौत के बाद से बवाल मचा हुआ है। यहां एक ही झुंड के 13 में से 10 हाथियों की मौत हो चुकी है। इस मामले में इंडिया टीवी द्वारा चलाई गई खबर का अब असर देखने को मिला है। दरअसल इस मामले में मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री मोहन यादव ने आपतकालीन बैठक ली है। मुख्यमंत्री ने हाथियों के मौत के संबंध में जानकारी ली। इसके बाद मोहन यादव ने इस घटना को लेकर उच्च स्तरीय दल जांच के लिए भेजने का निर्देश दिया है। इस बैठक में उन्हें एक्सपर्ट्स ने बताया कि हाथियों की मौत के संबंध में की गई जांच की रिपोर्ट आने में 4 दिन लगेंगे।
सीएम मोहन यादव ने हाथियों की मौत पर ली बैठक
बता दें कि इस अवधि में घटना से जुड़े सभी बिंदुओं पर जांच की कार्रवाई की जा रही है। वन राज्य मंत्री दिलीप अहिरवार और अपर मुख्य सचिव अशोक वर्णवाल और राज्य वन बल प्रमुख पीसीसीएफ असीम श्रीवास्तव उमरिया जाएंगे और 24 घंटे में प्रतिवेदन सौंपेंगे। बता दें कि इस मामले से जुड़े दोषी व्यक्तियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई किए जाने का भी आश्वासन दिया गया है। बता दें कि इस बैठक का आयोजन सीएम मोहन यादव के आवास पर वर्चुअल माध्यम से किया गया था। इस बैठक में मुख्यमंत्री कार्यालय के अपर मुख्य सचिव डॉ. राजेश राजौरा, अपर मुख्य सचिव वन श्री अशोक वर्णवाल और दूसरे अधिकारी शामिल हुए।
कांग्रेस ने साधा निशाना
बता दें कि बांधवगढ़ टाइगर रिजर्व में हाथियों की मौत के बाद से लगातार कांग्रेस राज्य सरकार पर हमला कर रही है। कांग्रेस ने आरोप लगाया कि प्रदेश में बेटियों से लेकर हाथी तक कुछ भी सुरक्षित नहीं है। यहां जंगलराज चल रहा है। बता दें कि इस बीच वन विभाग और और एक्सपर्ट्स की टीम हाथियों के मौत का कारण जानने में जुटी हुई है। मौत के बाद हाथियों का पोस्टमॉर्टम किया गया और उन्हें दफनाया भी जा चुका है। सभी हाथियों के सैंपल ले लिए गए हैं और उन्हें हिस्टोपैथोलॉजिकल, टॉक्सिकोलॉजिकल और फॉरेंसिक लैब में विश्लेषण के लिए भेजा गया है, जिसके बाद मौत की वजहों का पता चल सकेगा।