मध्य प्रदेश के छतरपुर में एक हैंडपंप चर्चा का विषय बना हुआ है। इसकी सूचना राजधानी भोपाल तक पहुंच चुकी है और इस हैंडपंप की जांच के लिए भोपाल से विशेषज्ञों की एक टीम भेजी जा सकती है। यह हैंडपंप कई दिनों से आग उगल रहा है। हैंडपंप में कई दिनों से आग लगी हुई है, जो लगातार जल रही है। इस बीच एसडीएम ने नलकूप के नीचे मीथेन गैस होने की संभावना जताई है।
छतरपुर में एक हैंडपंप पानी की जगह आग उगल रहा है। यह मामला बिजावर ब्लॉक के जैतपुर गांव का है। यहां पांच साल पुराने हैंडपंप में अचानक आग निकलने लगी। इससे घबराये किसान ने इस बारे में पुलिस और राजस्व के अमले को जानकारी दी। बताते है कि यह हैडपंप कुछ सालों तक तो पानी देता रहा, लेकिन अचानक उसने पानी देना बंद कर दिया। इसके बाद से यह बंद पड़ा है।
कई दिनों से जल रही आग
हैंडपंप ने पानी देना बंद किया तो उसके ऊपर लगा हैंडल और पूरा ढांचा निकाल लिया गया। ठंड के मौसम में किसानों ने खाली बोरवेल के पास आग लगाई तो बोरवेल में ही आग लग गई, जो बुझ नहीं रही है। कई दिनों से आग जल रही है। हैंडपंप मे आग की सूचना के बाद तहसीलदार और पुलिस ने मौका मुआयना किया। वहीं, आग किस वजह से हैडपंप मे लगी इसकी जांच के लिये तहसीलदार ने भोपाल की टीम को लिखा है। एसडीएम को ऐसी आशंका है कि हैडपंप के नीचे मीथेन गैस हो सकती है, लेकिन इसकी जांच रिपोर्ट आ जाये तब पता चलेगा आखिर हैडपंप के नीचे कौन सी गैस है।
पहले भी हैंडपंप से निकल चुकी है आग
इससे पहले भी हैंडपंप से आग निकलने की कई घटनाएं सामने आ चुकी हैं। उत्तर प्रदेश के मिर्जापुर में, एक सरकारी हैंडपंप से पानी की जगह आग निकलने की घटना सामने आई थी। इस घटना में हैंडपंप से निकल रही गैस की वजह से आग लग गई थी। वहीं, मध्य प्रदेश के छतरपुर जिले के कछार गांव में भी हैंडपंप से पानी के साथ आग निकलने की घटना सामने आई। बोरवेल के नीचे चट्टानों में पेड़-पौधों के अवशेष जमा होने के कारण हैंडपंप से पानी के साथ ज्वलनशील गैस निकल सकती है। इस गैस का घनत्व गर्म होने या जलने पर कम हो जाता है, जिससे भूजल भी ऊपर की ओर उठता है।
(छतरपुर से प्रेम गुप्ता की रिपोर्ट)