भोपाल: शिवसेना (उद्धव बालासाहेब ठाकरे) सांसद संजय राउत की एक बार फिर मुश्किलें बढ़ सकती हैं। मध्य प्रदेश पुलिस ने राज्य सरकार की प्रमुख लाडली बहना योजना के बारे में कथित रूप से भ्रामक टिप्पणी करने के आरोप में राउत के खिलाफ बुधवार को प्राथमिकी दर्ज की है।
क्या है पूरा मामला?
पुलिस उपायुक्त अखिल पटेल ने बताया कि भाजपा महिला मोर्चा की जिला इकाई की अध्यक्ष वंदना जाचक और उपाध्यक्ष सुषमा चौहान की शिकायत पर भोपाल अपराध शाखा ने राउत के खिलाफ बुधवार शाम को मामला दर्ज किया है। दरअसल राउत ने दावा किया था कि मध्य प्रदेश सरकार की लाडली बहना योजना बंद कर दी गई है, क्योंकि यह केवल एक राजनीतिक खेल है। गौरतलब है कि एमपी सरकार महिला लाभार्थियों को हर महीने 1,250 रुपये देती है।
किन धाराओं में मामला दर्ज?
राउत पर भारतीय न्याय संहिता (बीएनएस) की धारा 353 (2) (गलत जानकारी वाले बयान प्रसारित करना) और 356 (2) (मानहानि) के तहत मामला दर्ज किया गया है। राउत के खिलाफ दर्ज प्राथमिकी में कहा गया है कि उनका उद्देश्य सीएम मोहन यादव की छवि खराब करना और महिला लाभार्थियों की भावनाओं को ठेस पहुंचाना है।
महाराष्ट्र में भी शुरु हुई थी योजना
महाराष्ट्र सरकार ने अगस्त में मध्य प्रदेश सरकार की योजना की तर्ज पर एक योजना शुरू की थी, इसका नाम मुख्यमंत्री मांझी लड़की बहन योजना रखा गया था। इस योजना के तहत 21 से 65 साल की पात्र महिलाओं को हर महीने 1,500 रुपये की आर्थिक सहायता दी जाती है। वहीं मध्य प्रदेश की 'लाडली बहना योजना' की शुरुआत तत्कालीन मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने की थी। बाद में जब मोहन यादव सीएम बने तो उन्होंने इस योजना को जारी रखा।
सीएम मोहन यादव ने एक्स पर किया पोस्ट
सीएम मोहन यादव ने एक्स पर पोस्ट किया, 'संजय राउत जरा मध्य प्रदेश आकर देखें। जब से लाडली बहना योजना प्रारंभ हुई है, तब से लगातार हर महीने प्रदेश की 1.29 करोड़ बहनों के खातों में सम्मान की यह राशि भेजी जा रही है। महाराष्ट्र चुनाव में हार के भय से उद्धव की पार्टी बहनों को बरगलाना चाहती है, बहनें ही इस चुनाव में इसका उत्तर देंगी। निश्चित रूप से महाराष्ट्र में भी यह योजना महिला सशक्तिकरण के लिए अभूतपूर्व कदम सिद्ध होगी।' (इनपुट: भाषा)