मध्य प्रदेश के छतरपुर जिले में शुक्रवार को दो नकाबपोश लोगों ने एक निजी बस में चढ़कर बंदूक के बल पर कुछ यात्रियों को लूट लिया। हालांकि, कुछ ही घंटों में उन्हें गिरफ्तार कर लिया गया। पुलिस ने बताया कि जांच के दौरान पता चला कि दोनों ने कर्ज चुकाने के लिए यह अपराध किया। यात्रियों के अनुसार, जब उन्होंने लूटपाट का विरोध किया तो आरोपियों ने हवा में गोलियां चलाईं। पुलिस अधीक्षक आगम जैन ने संवाददाताओं को बताया, ‘‘मोटरसाइकिल सवार दो लोगों ने बस की ओर हाथ हिलाया और बस चालक को जिला मुख्यालय से करीब आठ किलोमीटर दूर पथरिया चौराहे पर वाहन रोकने का इशारा किया। इसके बाद दोनों बस में चढ़ गए और परिचालक से पैसे, एक महिला से मंगलसूत्र और मोबाइल फोन छीनकर भाग गए।’’
पुलिस ने आरोपियों को किया गिरफ्तार
उन्होंने बताया कि पड़ोसी उत्तरप्रदेश के बांदा जिले के रहने वाले आरोपी राहुल तिवारी (20) और राजेंद्र पटेल (18) को कुछ ही घंटों में गिरफ्तार कर लिया गया और उन पर भारतीय न्याय संहिता (बीएनएस) के तहत लूट और अन्य धाराओं के तहत मामला दर्ज किया गया। एसपी ने बताया कि दोनों ने पुलिस को बताया कि उन्होंने मोटरसाइकिल खरीदने के लिए लिए गए कर्ज को चुकाने के लिए यह अपराध किया। घटना के बारे में बात करते हुए बस चालक किशोरी कुशवाह ने बताया, ‘‘चौराहे पर दो लोगों के हाथ दिखाने के बाद मैंने बस रोकी, यह सोचकर कि दोनों उसमें सवार होना चाहते हैं। बस में पहले ही करीब 20 लोग सवार थे।
छतरपुर से सतना जा रही थी बस
बस छतरपुर से सतना जिले जा रही थी। थोड़ी देर बाद उनमें से एक ने बंदूक निकाली और यात्रियों को धमकाया।’’ उन्होंने आगे की पंक्ति में बैठी महिलाओं से गहने और नकदी छीन ली। जब इन महिलाओं ने विरोध किया, तो हवा में गोली चलाई गई। बस में सवार हरेंद्र मिश्रा ने बताया, ‘‘हम बस से यात्रा कर रहे थे, तभी पथरिया चौराहे पर दो लोगों ने बस रोकी। बस में चढ़ने के तुरंत बाद उन्होंने यात्रियों से लूटपाट शुरू कर दी।’’ लूट की शिकार आरती अहिरवार ने बताया कि वह अपने परिवार के सदस्यों के साथ लवकुश नगर से जिले के राजनगर जाने के लिए बस में सवार हुई थी। उन्होंने बताया, ‘‘लुटेरों ने मेरा मंगलसूत्र छीन लिया और मेरे बच्चे का सोने का लॉकेट और मेरे पति से 18 हजार रुपये छीन लिए।’’
(इनपुट-भाषा)