मध्य प्रदेश के बुरहानपुर से ठेकेदार की दबंगई का मामला सामने आया है। जानकारी मिली है कि यहां एक रसूखदार दबंगई ठेकेदार ने एक किसान की लाखों की खड़ी फसल चौपट कर दी। इससे निराश किसान के पास जब कोई रास्ता नहीं बचा तो उसने खुद को फांसी के फंदे से लटका लिया है। बताया जा रहा है कि डैम निर्माण के लिए बिना कोई औपचारिक भूमि अधिग्रहण किए बिना ही दबंग ठेकेदार ने किसान की लाखों रुपए की खड़ी केले की फसल जेसीबी से उखाड़ दी।
बिना किसी सूचना के उखाड़ी लाखों की फसल
रसूखदार ठेकेदार की इस दबंगई के आगे खुद को लाचार पाकर और लाखों की फसल अपने सामने बर्बाद होता देख 22 साल के किसान ने फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। जब किसान ने खुद की जान दे दी तो उसके परिजनों और दूसरे किसानों ने इंदौर-इच्छापुर नेशनल हाईवे पर उसका शव रखकर चक्काजाम कर दिया। ये शाहपुर थाना क्षेत्र के बखारी गांव की घटना बताई जा रही है। मृतक किसान चेतन के पिता पांडुरंग लांडे ने आरोप लगाया कि बिना किसी सूचना के बांध निर्माण के नाम पर उनके खेत में लगी केला फसल को जल संसाधन विभाग के अफसरों और ठेकेदार ने उखाड़ दिया।
ना जानकारी मिली, ना मुआवजा, खेत उजाड़ दिया
बताया जा रहा है कि इस मामले में आरोपी ठेकेदार के खिलाफ एफआईआर दर्ज कर ली गई है। परिजनों ने 25 लाख रुपए मुआवजे की मांग को लेकर किसान के शव को हाइवे पर रखकर चक्का जाम किया। मौके पर पहुंचे पुलिस और प्रशासन के आला अधिकारियों ने किसानों और परिजनों को समझाया। मृतक किसान के परिजनों का कहना है कि विभाग ने ना तो उन्हें भूमि अधिग्रहण की कोई जानकारी दी और ना ही मिलने वाले मुआवजे की राशि बताई है। परिजनों ने बताया कि अब तक उनके खाते में मुआवजे का पैसा भी नहीं आया है। बावजूद इसके उनके सवा एकड़ के खेत में ठेकेदार ने बुलडोजर चलवा दिया।
ये भी पढ़ें-
ATM कैश कंपनी में डाका डालने वाली 'डाकू हसीना' गिरफ्तार, 8.50 करोड़ रुपये किए थे पार
यहां 1.5 रुपये में मिलता है एक लीटर पेट्रोल, जानें कहां है सबसे महंगा