भारतीय वायुसेना के दो विमानों के क्रैश होने से हड़कंप मच गया है। सुखोई-30 और मिराज-2000 के क्रैश होने की घटना के बाद दो पायलट बच गए हैं, जबकि एक पायलट के शहीद होने की आधिकारिक पुष्टि हो गई है। वहीं मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार रक्षा मंत्रालय के सूत्रों ने इस बात की पुष्टि भी की है कि सुखोई-30 और मिराज-2000 आपस आपस में टकराने के कारण दुर्घटनाग्रस्त हुए थे। हालांकि इस मामले में और जानकारी कोर्ट अफ इन्क्वायरी में ही स्पष्ट हो पाएगी। इसी बीच घायल पायलटों को रेस्क्यू करके ग्वालियर बेस ले आया गया है। दोनों घायल पायलटों का इलाज अस्पताल में चल रहा है।
दो पायलट सुरिक्षत बाहर आ गए, तीसरा पायलट शहीद
मुरैना के पुलिस अधिकारियों ने बताया कि 2 पायलट विमान से सुरक्षित बाहर निकल आए, लेकिन तीसरे पायलट शहीद हो गए। इस दुर्घटना से पहले वायुसेना के दोनों लड़ाकू विमानों ने ग्वालियर हवाईअड्डे से उड़ान भरी थी। हादसे की जांच के लिए इंडियन एयरफोर्स ने कोर्ट ऑफ इन्क्वायरी बैठा दी है। बताया गया कि प्रशिक्षण उड़ान के दौरान सुखोई में 2 पायलट जबकि मिराज में एक पायलट सवार था। हालांकि इसी बीच भारतीय वायुसेना ने वक्तव्य दिया है। एयरफोर्स ने अपने ट्वीट में लिखा कि 'यह सूचित करते हुए अत्यंत खेद हो रहा है कि विंग कमांडर हनुमंत राव सारथी दुर्घटना के दौरान बुरी तरह से घायल हो गए। शोक संतप्त परिवार के साथ पूरी वायुसेना मजबूती से खड़ी है।
नियमित प्रैक्टिस उड़ान पर थे दोनों एयरक्राफ्ट
इससे पहले अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक (एडीजीपी) आदर्श कटियार ने बताया था कि दुर्घटना का कारण अभी स्पष्ट नहीं है। उन्होंने बताया था कि, ‘यह भी स्पष्ट नहीं है कि विमान आपस में टकराए या नहीं।’ इसी बीच इंडियन एयरफोर्स ने अपने बयान में कहा कि दो लड़ाकू विमान आज सुबह ग्वालयिर के समीप क्रैश हो गए। वे नियमित एक्सरसाइज उड़ान पर थे। दुर्घटना के कारणों की जांच के आदेश दे दिए गए हैं।
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