सना खान हत्या मामले में अब राजनीतिक मोड़ आ गया है। नागपुर से शुरू होकर जबलपुर पहुंचा विवाद अब मध्य प्रदेश के नरसिंहपुर तक पहुंच गया है। पुलिस जांच के दौरान इस मामले में तेंदूखेड़ा विधानसभा सीट से कांग्रेस विधायक संजय शर्मा का नाम भी इस मामले से जुड़ा। इसी के मद्देनजर शर्मा को नागपुर पुलिस ने पूछताछ के लिए बुलाया था। इस मामले में संजय शर्मा आज नागपुर पुलिस के सामने पेश हुए और उन्होंने नागपुर पुलिस के सवालों का जवाब दिया।
सना हत्या मामले में विधायक से पूछताछ
हालांकि, शर्मा के जवाब से नागपुर पुलिस के अधिकारी संतुष्ट नहीं हुए। इसके बाद पुलिस इस मामले के दोनों आरोपियों अमित साहू और पप्पू यादव को लेकर आई और विधायक संजय शर्मा के सामने बिठाकर क्रॉस सवाल किए। नागपुर पुलिस ने शर्मा को पूछताछ के बाद जाने की इजाजत दे दी है। पूछताछ से लौटे विधायक संजय शर्मा ने अमित साहू को लेकर कहा कि वह 10-15 साल पहले हमारे यहां काम करता था। वह हमारा परिचित था। इसलिए पुलिस को उस बारे में जानकारी चाहिए थी। इस बारे में हमने पुलिस को जानकारी दे दी है।
ब्लैकमेलिंग और सेक्सटॉर्शन का एंगल
उन्होंने कहा कि इस मामले से हमारा कोई संबंध नहीं है। उन्होंने कहा, 'पिछले चार-पांच साल से वह अमित शाहू से मिले भी नहीं है। ना हम सना खान को जानते हैं और न ही कभी मुलाकात हुई है और ना कभी टेलीफोन पर सना से बात हुई है।' नागपुर पुलिस के डीसीपी जोन 2 राहुल मदने ने कहा कि जब भी हमें जरूरत होगी हम विधायक संजय शर्मा को बुलाएंगे। अभी वो जांच में पूरी तरह सहयोग कर रहे हैं। बता दें कि सना की मां नागपुर पुलिस की जांच पर सवाल उठा रही हैं। सना की मां का कहना है कि पुलिस अबतक बेटी के शव को ढूंढ नहीं पाई है। इस पूरे मामले में अब ब्लैकमेलिंग और सेक्सटॉर्शन का मामला जोड़ दिया गया है जो बेबुनियाद है।