भोपाल: भाजपा उम्मीदवार केंद्रीय मंत्री जॉर्ज कुरियन को मंगलवार को मध्य प्रदेश से राज्यसभा के लिए निर्विरोध चुना गया। अपने निर्वाचन पर कुरियन ने कहा कि केरल व मध्य प्रदेश का रिश्ता और मजबूत हुआ। केंद्र सरकार में मत्स्य पालन, पशुपालन और डेयरी एवं अल्पसंख्यक मामलों के राज्य मंत्री जॉर्ज कुरियन को मध्य प्रदेश से राज्यसभा के लिए निर्विरोध चुना गया। राज्यसभा के लिए चुने जाने पर जॉर्ज कुरियन ने भाजपा के शीर्ष नेतृत्व एवं मुख्यमंत्री मोहन यादव को धन्यवाद दिया।
केरल को दी थी 20 करोड़ रुपये की आर्थिक सहायता
मध्य प्रदेश से राज्यसभा के लिए चुने जाने पर जॉर्ज कुरियन ने भारतीय जनता पार्टी और मध्य प्रदेश के लोगों को धन्यवाद करते हुए कहा, केरल के वायनाड में हुए लैंडस्लाइड से उभरने के लिए मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री मोहन यादव ने 20 करोड़ रुपये की सहायता राशि दी। इससे मध्य प्रदेश और केरल का रिश्ता और मजबूत हुआ।
मुख्यमंत्री मोहन यादव ने कहा कि जॉर्ज कुरियन का मध्य प्रदेश से राज्यसभा के लिए चुना जाना, सबके लिए सौभाग्य की बात है। मध्य प्रदेश और केरल का संबंध और मजबूत हो गया है। सीएम मोहन यादव ने आगे कहा कि कुरियन की लंबे राजनीतिक जीवन का मध्य प्रदेश को लाभ मिलेगा। दक्षिण भारतीय राज्य केरल में अभी विभीषिका आई हुई थी, मदद के लिए हमने 20 करोड़ रुपये की आर्थिक सहायता दी थी।
मध्य प्रदेश बीजेपी अध्यक्ष क्या बोले?
मध्य प्रदेश भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष एवं खजुराहो लोकसभा सीट से सांसद वीडी शर्मा ने कहा कि भारतीय जनता पार्टी ने मध्य प्रदेश से राज्यसभा के लिए केंद्र सरकार के मंत्री जॉर्ज कुरियन को राज्यसभा के लिए निर्वाचित किया है। जॉर्ज कुरियन केरल से आते हैं। पार्टी की तरफ से मैं उनका स्वागत और अभिनंदन करता हूं। उन्होंने कहा, जॉर्ज कुरियन का मध्य प्रदेश से चुना जाना प्रदेश के लिए बहुत अच्छा है। उनके माध्यम से प्रदेश में विकास के नए आयाम स्थापित होंगे। डेयरी उद्योग को बढ़ाने में कुरियन की बड़ी भूमिका रहेगी। हम सभी के लिए सौभाग्य की बात है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा और गृह मंत्री अमित शाह ने कुरियन को ये जिम्मेदारी दी है।
जानें, जॉर्ज कुरियन के बारे में
जॉर्ज कुरियन का जन्म केरल राज्य के एट्टुमानूर के नंबियाकुलम में हुआ था। उन्होंने कोट्टायम से अपनी प्रारंभिक पढ़ाई पूरी की। लॉ ग्रेजुएशन करने वाले जॉर्ज सुप्रीम कोर्ट के वकील भी रह चुके हैं। 1980 में बीजेपी की भारतीय जनता युवा मोर्चा से राजनीति में आने वाले जॉर्ज कुरियन चार दशकों से केरल की बीजेपी यूनिट में रहे हैं।
कुरियन ने संघ परिवार के साथ ही केरल की ईसाई बेल्ट में वैचारिक रूप से उस समय काम करना शुरू कर दिया था, जब समुदाय बीजेपी के रडार पर नहीं था। कुरियन राष्ट्रीय अल्पसंख्यक आयोग के उपाध्यक्ष के रूप में कार्य करने वाले पहले मलयाली हैं। वे मोदी सरकार के तीसरे कार्यकाल में मत्स्य पालन, पशु पालन और डेयरी और अल्पसंख्यक मामलों के राज्यमंत्री के रूप में भी सेवा दे रहे हैं। (IANS इनपुट्स के साथ)