नई दिल्ली। तोक्यो ओलंपिक में भाला फेंक प्रतियोगिता में भारत को पहला स्वर्ण पदक दिलाकर देश के करोड़ों देशवासियों का सिर गर्व से ऊंचा करने वाले नीरज चोपड़ा को लेकर जहां देश जश्न मना रहा है वहीं मध्य प्रदेश के एक भाजपा नेता ने आपत्तिजनक बयान दिया है। नीरज चोपड़ा के गोल्ड मेडल जीतने पर मध्य प्रदेश से बीजेपी विधायक रामेश्वर शर्मा ने कहा कि राजीव गांधी के नाम की पनोती हटी और स्वर्ण आया।
बीजेपी विधायक रामेश्वर शर्मा ने एक वीडियो में कहा कि 'आज भारत का सीना प्रफुल्लित है आनंदित है पूरा एक अरब 36 करोड़ देशवासी हर्षोल्लास के साथ नीरज चोपड़ा को लख-लख बधाई दे रहे हैं। नीरज ने हर आंख में विजय का नीर ला दिया है। बहुत दिन बाद हम लोग जीते हैं बल्कि भारत के मन में ये द्वंद पलता था... जबभी हम ओलंपिक की तरफ जाते थे... तो द्वंद था कि हम जीतेंगे कि नहीं जीतेंगे गोल्ड मेडल लाएंगे कि नहीं... सिल्वर लाएंगे... कांस्य लाएंगे क्या लाएंगे इस पर रहता था। लेकिन द्वंद कहां तक पाला जाए, युद्ध कहां तक टाला जाए... तू भी है राणा का वंशज फेंक जहां तक भाला जाए... उसने भाला फेंककर दुनिया को बता दिया कि भारत के शौर्य में अभी वो दम है कि हम जो चाहेंगे वो जंग जीत जाएंगे और इस जंग को जीतने के लिए भारत को स्वर्ण पदक दिलाने के लिए मैं नीरज के लिए लख-लख बधाई देता हूं... पूरे हिंदुस्तान का लाल है वो मां भारती का लाल है। उस मां को जिस कोख ने इस बेटे को जन्म दिया है उस पिता को जिसने पाल पोस कर बड़ा किया है उसको बधाई। और बधाई भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी को कि उन्होंने खिलाड़ी की भावना को जागृत करते हुए जो मेजर ध्यान चंद्र के नाम पर खेल रत्न की घोषणा की है उससे खिलाड़ी प्रफूल्लित है आनंदित है और गोल्ड मेडल लेकर आ रहे हैं। भारत का सीना फूल रहा है और जो पनौती थी वो खत्म हो गई।'
पीएम मोदी ने राजीव गांधी खेलरत्न पुरस्कार का नाम मेजर ध्यानचंद के नाम पर किया
बता दें कि, खेल के क्षेत्र में दिया जाने वाला सबसे बड़ा पुरस्कार Rajeev Gandhi Khel Ratna का नाम बदलकर Major Dhyan Chand Khel Ratna Award कर दिया गया है। इस पुरस्कार को तीन बार ओलम्पिक में स्वर्ण पदक जीतने वाली भारतीय हॉकी टीम के सदस्य मेजर ध्यान चंद के नाम पर रखा गया है। पीएम मोदी ने कहा कि देशवासियों के आग्रह के बाद उन्होंने यह निर्णय लिया है। पहली बार यह पुरस्कार 1991-92 में दिया गया था। पीएम ने ट्विटर पर लिखा, 'ओलंपिक खेलों में भारतीय खिलाड़ियों के शानदार प्रयासों से हम सभी अभिभूत हैं। विशेषकर हॉकी में हमारे बेटे-बेटियों ने जो इच्छाशक्ति दिखाई है, जीत के प्रति जो ललक दिखाई है, वो वर्तमान और आने वाली पीढ़ियों के लिए बहुत बड़ी प्रेरणा है।' उन्होंने एक अन्य ट्वीट में लिखा, 'देश को गर्वित कर देने वाले पलों के बीच अनेक देशवासियों का ये आग्रह भी सामने आया है कि खेल रत्न पुरस्कार का नाम मेजर ध्यानचंद जी को समर्पित किया जाए। लोगों की भावनाओं को देखते हुए, इसका नाम अब मेजर ध्यानचंद खेल रत्न पुरस्कार किया जा रहा है। जय हिंद!'
चोपड़ा के स्वर्ण पदक जीतने पर राष्ट्रपति ने कहा- भारत उत्साहित है
राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने तोक्यो ओलंपिक में भाला फेंक प्रतियोगिता में स्वर्ण पदक जीतने पर शनिवार को नीरज चोपड़ा को बधाई दी और कहा कि उनकी उपलब्धि से देश के युवाओं को प्रेरणा मिलेगी। उन्होंने कहा, ''भारत उत्साहित है।'' कोविंद ने ट्वीट किया, ''नीरज चोपड़ा की अभूतपूर्व जीत! आपके भाले ने बाधाओं को तोड़कर इतिहास बनाया। आपने अपने पहले ओलंपिक में भारत को पहली बार ट्रैक और फील्ड में पदक दिलाया। आपकी उपलब्धि हमारे युवाओं को प्रेरित करेगी। भारत उत्साहित है! हार्दिक बधाई!''
नीरज चोपड़ा ने रच दिया इतिहास: प्रधानमंत्री मोदी
प्रधामंत्री नरेंद्र मोदी ने शनिवार को कहा कि ओलंपिक की भालाफेंक प्रतियोगिता में नीरज चोपड़ा द्वारा स्वर्ण पदक जीतने के साथ ही इतिहास रच दिया गया है। उन्होंने इस बात पर भी जोर दिया कि नीरज ने आज जो उपलब्धि प्राप्त की है उसे सदैव याद रखा जाएगा। उल्लेखनीय है कि चोपड़ा शनिवार को दूसरे भारतीय बने जिन्होंने ओलंपिक में व्यक्तिगत प्रतियोगिता में स्वर्ण पदक प्राप्त किया है। उन्होंने भालाफेंक प्रतियोगिता में शानदार प्रदर्शन करते हुए स्वर्ण पदक जीता।
मोदी ने ट्वीट किया, ‘‘ तोक्यो में इतिहास रचा गया है। नीरज चोपड़ा ने जो उपलब्धि आज प्राप्त की है वह सदैव याद की जाएगी। युवा नीरज ने बेहतरीन प्रदर्शन किया।’’ प्रधानमंत्री ने कहा, ‘‘वह (चोपड़ा) उल्लेखनीय जोश के साथ खेले और बेजोड़ साहस दिखाया। स्वर्ण पदक जीतने के लिए उन्हें बधाई।’’ हरियाणा स्थित पानीपत जिले के खांदर गांव के रहने वाले चोपड़ा ने दूसरी कोशिश में 87.58 मीटर दूर भाला फेंक यह उपलब्धि हासिल की और ट्रैक एंड फील्ड में ओलंपिक पदक जीतने के भारत के करीब 100 साल से जारी प्रतीक्षा को समाप्त किया। भारत ने तोक्यो ओलंपिक में अबतक सात पदक जीते हैं जिनमें चोपड़ा एकमात्र स्वर्ण पदक विजेता हैं। इसके साथ ही वह व्यक्तिगत प्रतियोगिता में स्वर्ण पदक जीतने वाले अभिनव ब्रिंदा (वर्ष 2008 बीजिंग ओलंपिक) के क्लब में शामिल हो गए। भारत को व्यक्तिगत प्रतियोगिता में पहला स्वर्ण पदक निशानेबाज अभिनव बिंद्रा ने 2008 के बीजिंग ओलंपिक में दिलाया था।