मध्य प्रदेश में कुछ ही महीनों में विधानसभा चुनाव होने हैं। उससे पहले जावरा में बीजेपी कार्यकर्ता सम्मेलन को संबोधित करते हुए बीजेपी प्रदेश उपाध्यक्ष आलोक शर्मा ने विवादित बयान दिया। उन्होंने मुस्लिम समाज को वोट देने मत जाना जैसी अपील करते हुए लोकतंत्र पर सवालिया निशान लगा दिए। आलोक शर्मा ने कहा कि जावरा के मुस्लिम भाइयों से कहना चाहता हूं कि तुम वोट तो नहीं दोगे मियां, वोट मत देना, मियां पर दिल से स्वीकार तो करो कि जिस मकान में तुम रह रहे हो ये मकान प्रधानमंत्री की योजना में मिला है।
भाजपा प्रदेश उपाध्यक्ष का क्या है बयान?
भाजपा प्रदेश उपाध्यक्ष के बयान जब मीडिया के कैमरे में कैद हुए, तो सकपकाए नेताजी मंच से कहने लगे,अरे बंद कर यार और कैमरा बंद करा दिया। भाजपा प्रदेश उपाध्यक्ष यहीं नहीं रुके फिर विवादित बयानों का सिलसिला शुरू कर दिया। उन्होंने कहा, "जो कहते हैं खुलकर कहते हैं, वोट नहीं देना मत दो, पर एक काम तो करो मेरे भाई हमने इतना किया है, तो तुम इतना तो करना वोट मत देना, पर वोट डालने भी मत जाना भैय्या इतना ही कर दो यार।"
मुस्लिम समाज को वोट नहीं देने की सलाह
आलोक शर्मा के बयान में मुस्लिमों को वोट नहीं देने की सलाह देना लोकतंत्र के खिलाफ है। देश और प्रदेश के लोकतंत्र में सबसे पहले अपना मतदान करने की आवाज शुरू होती है। जिला, तहसील, प्रदेश, सभी जगह अधिकारी जनता को ज्यादा से ज्यादा मतदान करने के लिए प्रेरित करते हैं और ऐसे में बीजेपी जैसे बड़े राजनीतिक दल के प्रादेशिक नेता की ओर से वोट नहीं देने की सलाह देना लोकतंत्र का अपमान कहा जाए, तो कोई अतिशयोक्ति नहीं होगी।
- विजय कुमार की रिपोर्ट