मध्य प्रदेश में भारतीय जनता पार्टी ने प्रचंड बहुमत हासिल किया है और कांग्रेस का सूपड़ा साफ कर दिया। एमपी के इस चुनाव में बीजेपी के बहुत सारे ऐसे भी कैंडिडेट रहे हैं जो काफी चर्चा में रहे। ऐसे ही एक बीजेपी प्रत्याशी हैं गोपाल भार्गव। बीजेपी के भार्गव चुनाव के दौरान अपने विधानसभा क्षेत्र में प्रचार न करने के लिए चर्चा में रहे हैं। हैरानी की बात ये है कि गोपाल भार्गव बिना प्रचार किए ही फिर से जीत गए हैं। मध्य प्रदेश विधानसभा चुनाव के परिणामों में भाजपा ने प्रचंड बहुमत का आंकड़ा हासिल कर लिया है।
बिना प्रचार किए 72,800 वोटों से जीते
बता दें कि भारतीय जनता पार्टी (BJP) के कद्दावर नेता गोपाल भार्गव ने आज सामने आए चुनाव परिणामों में मध्य प्रदेश की रहली सीट से लगातार 9वीं बार जीत दर्ज की है। वहीं उनकी पार्टी, बीजेपी ने मध्य प्रदेश में प्रचंड बहुमत हासिल किया है। गोपाल भार्गव (71) ने अपनी निकटतम प्रतिद्वंद्वी, कांग्रेस उम्मीदवार ज्योति पटेल को 72,800 वोटों से हराया। भार्गव नई विधानसभा में सबसे अनुभवी विधायक होंगे।
पिछले 38 सालों से जीत रहे भार्गव
गौरतलब है कि कमलनाथ-नीत पूर्व कांग्रेस सरकार में विपक्षी दल के नेता गोपाल भार्गव ने पहली बार 1985 में रहली सीट से जीत हासिल की थी। तब से आजतक वह अजेय रहे हैं। वह पिछले 38 सालों के दौरान इस विधानसभा सीट से सभी चुनाव जीते हैं। साल 2003 से विभिन्न विभागों के कैबिनेट मंत्री रहे भार्गव ने कहा है कि उन्हें प्रचार करने की ज़रूरत नहीं है, क्योंकि वह पूरे पांच साल लोगों के लिए काम करने में विश्वास करते हैं।
इन नेताओं के नाम लगातार जीत का रिकॉर्ड
ये भी बता दें कि दस बार विधायक रहे पूर्व मुख्यमंत्री एवं भाजपा के दिवंगत नेता बाबूलाल गौर भोपाल के गोविंदपुरा से लगातार आठ बार जीते थे। वह भोपाल दक्षिण (अब भोपाल दक्षिण-पश्चिम) सीट से भी दो बार चुने गए थे। भाजपा के एक अन्य पूर्व मुख्यमंत्री दिवंगत कैलाश जोशी ने देवास जिले की बागली सीट से 1962 से 1993 के बीच आठ विधानसभा चुनाव जीते थे।
ये भी पढ़ें-
छत्तीसगढ़ के इतिहास में क्यों है भाजपा की ये सबसे बड़ी जीत? समझिए
3 राज्यों में जीत 'डन' लेकिन सीएम कौन? BJP इन फैक्टर को ध्यान में रखकर चुनेगी चेहरा