लोकसभा चुनाव 2024 से पहले भाजपा, कांग्रेस समेत सभी दल अपनी-अपनी तैयारी करने में जुटे हुए हैं। सभी दल ज्यादा से ज्यादा नेताओं को अपने पाले में लाने को जुटे हुए हैं। इसी क्रम में मध्य प्रदेश में कांग्रेस को बड़ा झटका लगा है। पार्टी के दिग्गज नेता दिग्विजय के परिवार समान सुमेर सिंह गड़ा और उनके पुत्र धनंजय सिंह ने कांग्रेस छोड़ कर भाजपा का दामन थाम लिया है। सुमेर सिंह गढ़ा के पार्टी छोड़ने को कांग्रेस के साथ ही दिग्विजय सिंह के लिए भी बड़ा झटका माना जा रहा है। आइए जानते हैं ये पूरा मामला।
सिंधिया ने करवाई एंट्री
बुधवार को कांग्रेस नेता सुमेर सिंह गढ़ा और उनके पुत्र धनंजय सिंह ने कई समर्थकों के साथ केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया की उपस्थिति में भाजपा की सदस्यता ग्रहण की। गुना सर्किट हाउस में भाजपा की सदस्यता ग्रहण करते हुए सुमेर सिंह गड़ा ने बताया कि वे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी की दूरदर्शी नीतियों और ज्योतिरादित्य सिंधिया जी के नेतृत्व से बेहद प्रभावित हैं और उनके नेतृत्व में मध्य प्रदेश की सेवा करना चाहते हैं।
दिग्विजय सिंह नहीं लड़ेंगे चुनाव
पार्टी के दिग्गज नेता दिग्विजय सिंह ने आगामी लोकसभा चुनाव लड़ने से साफ इनकार कर दिया है। उन्होंने कुछ ही दिनों पहले इस बात की जानकारी दी कि वह 2024 में लोकसभा चुनाव के मैदान में नहीं उतरेंगे। दिग्विजय ने कहा था कि कहा कि चुनाव लड़ने का सवाल ही नहीं उठता क्योंकि मैं राज्यसभा का सदस्य हूं और अभी भी राज्यसभा के कार्यकाल में दो साल से अधिक का समय बाकी है। बता दें कि कांग्रेस नेता दिग्विजय सिंह ने 2019 के लोकसभा चुनाव में भोपाल लोकसभा सीट से किस्मत आजमाई थी। लेकिन भाजपा नेता प्रज्ञा सिंह ठाकुर ने दिग्विजय को 3.65 लाख मतों के अंतर से हरा दिया था।
मध्य प्रदेश में भाजपा को बढ़त
देश में कुछ ही महीनों में लोकसभा चुनाव की शुरुआत हो जाएगी। भाजपा ने साल 2019 में हुए चुनाव में मध्य प्रदेश की 29 में से 28 लोकसभा सीटों पर जीत हासिल की थी। साल 2014 में भी भाजपा ने राज्य की 27 सीटें जीती थीं। हाल ही में हुए विधानसभा चुनाव में भाजपा ने राज्य में फिर से प्रचंड बहुमत के साथ सरकार बनाई है। इसलिए पार्टी को उम्मीद है कि इस बार भी लोकसभा चुनाव में वह पहले की तरह ही प्रदर्शन को दोहराएगी।
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