भोपाल. मध्य प्रदेश के भोपाल के सरकारी कमला नेहरु बाल चिकित्सालय (हमीदिया अस्पताल परिसर) में सोमवार रात को अस्पताल की तीसरी मंजिल के वार्ड में आग लगने से वहां भर्ती चार बच्चों की मौत हो गई। अस्पताल में आग लगने के बाद वार्ड में भर्ती बच्चों के परिवार के लोग अपने बच्चों की तलाश में इधर-उधर भागते नजर आए। कुछ नाराज परिजनों ने आरोप लगाया कि बच्चों को बचाने के बजाय अस्पताल के कर्मचारी घटना के समय वहां से भाग गए।
प्रत्यक्षदर्शियों ने बताया कि एक माता-पिता अपने बच्चे की तलाश कर रहे थे जबकि कुछ अन्य अपने बच्चों के साथ अस्पताल से बाहर निकल आए। अस्पताल के अंदर मौजूद एक महिला ने कहा कि वार्ड धुंए से भरा हुआ था। कमला नेहरु बाल अस्पताल भोपाल के सरकारी हमीदिया अस्पताल का हिस्सा है जो कि प्रदेश के सबसे बड़े चिकित्सा केंद्रों में से एक है।
फतेहगढ़ दमकल केंद्र के प्रभारी जुबेर खान ने बताया कि सोमवार रात करीब नौ बजे अस्पताल की इमारत की तीसरी मंजिल पर आग लग गई। मौके पर दमकल की करीब 8-10 गाड़ियां पहुंची और आग पर काबू पाया गया।
राज्य के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने इस घटना पर दुख जताया है। उन्होंने ट्वीट कर कहा कि अस्पताल के चाइल्ड वार्ड में आग की घटना बेहद दुखद है। बचाव कार्य तेजी से हुआ, आग पर काबू पा लिया गया, लेकिन दुर्भाग्यवश पहले से गंभीर रूप से बीमार होने पर भर्ती चार बच्चों को नहीं बचाया जा सका। उन्होंने बताया कि घटना की उच्चस्तरीय जांच के निर्देश दिए हैं। जांच एसीएस लोक स्वास्थ्य एवं चिकित्सा शिक्षा मोहम्मद सुलेमान करेंगे।
पूर्व मुख्यमंत्री और विपक्ष के नेता कमलनाथ ने घटना को बेहद दर्दनाक बताते हुए सरकार से इसकी उच्च स्तरीय जांच कराने और इसके लिए जिम्मेदार लोगों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करने की मांग की। मध्य प्रदेश भाजपा अध्यक्ष विष्णु दत्त शर्मा ने भी इस घटना पर दुख व्यक्त किया। उन्होंने आग की घटना की घायल हुए लोगों के शीघ्र स्वस्थ होने की प्रार्थना भी की।