कई वर्षों के बाद मध्य प्रदेश एक बार फिर गंभीर बिजली संकट में घिर गया है। भीषण गर्मी के बीच बिजली न आने से गांवों से लेकर शहरों तक, हर जगह लोग बेहाल है। वहीं राज्य की कमलनाथ सरकार ने इस पूरी समस्या के पीछे पिछली सरकार की गलत नीतियों के साथ चमगादड़ों को भी दोषी ठहराया है। ऐसे में अब सरकार ट्रांसमिशन व्यवस्था को सुधारने की बजाए चमगादड़ भगाएगी ताकि लोगों को बिजली कटौती के चलते परेशान न होना पड़े।
बता दें कि जहां राज्य बिजली सप्लाई घटती जा रही है, वहीं राज्य के शहरों में प्रदर्शन हो रहे हैं। राज्य के शहरों में कई घंटों तक बिजली नहीं आ रही है। इंदौर और ग्वालियर जैसे बड़े शहरों में 4 घंटे से ज्यादा बिजली कटौती हो रही है। वहीं राज्य के ग्रामीण इलाकों में हालत और भी खराब है। इसे देखते हुए जनता सड़कों पर उतर गई है। कई शहरों में जनता सड़कों पर उतर आई है। वहीं सरकार इसके पीछे बीजेपी को दोषी मान रही है, सरकार का कहना है कि बीजेपी और आरएसएस पैसे देकर बिजली कटवा रही है।
बिजली गुल, सरकार ने बनाए बहाने
- बहाना नंबर 1 - शिवराज सरकार में बिजली के घटिया उपकरण खरीदे गए
- बहाना नंबर 2 - एलटी लाइन यानी कम वोल्टेज लाइन की मेंटेनेंस नहीं हुई
- बहाना नंबर 3 - डीटीआर यानी डिस्ट्रीब्यूशन ट्रांसफॉर्मर की रखरखाव में कमी थी
- बहाना नंबर 4 - बीजेपी-आरएसएस पैसे देकर बिजली कटवा रहे हैं
- बहाना नंबर 5 - चमगादड़ों के तार पर बैठने की वजह से शॉट सर्किट हो रहा है
निशाने पर चमगादड़
सरकार का मानना है कि चमगादड़ों के ट्रांसफार्मर और तारों पर बढ़ने से शार्ट सर्किट के कारण बिजली जा रही है। मध्य प्रदेश सरकार के ऊर्जा मंत्री ने प्रेस रिलीज़ जारी कर अफसरों को बिजली के तारों पर अल्ट्रसोनिक डिवाइस लगाने का ऑर्डर जारी किया है। सरकार का मानना है कि डिवाइस इसलिए लगाई जा रही है कि चमगादड़ की वजह से बिजली में फॉल्ट न आ सके।
उड़ी हंसी तो बैकफुट पर सरकार
बिजली कटने का गुनहगार चमगादड़ को बताने पर कमलनाथ सरकार हंसी का पात्र बन गई है। इसके बाद सरकार बैकफुट पर आ गई है। अब ऊर्जा मंत्री कह रहे हैं कि असली समस्या ट्रांसफॉर्मर का ओवरलोड होना है। इसके साथ ही एलटी लाइन और डीटीआर की मेंटेनेंस ठीक से ना होना भी एक कारण है। लेकिन कुछ जगहों पर चमगादड़ों की वजह से भी समस्या आ रही है इसलिए ऐसे फैसले लिए गए हैं।
शिवराज ने किया पलटवार
बिजली गुल होने के बार-बार बदलते बहानों पर बीजेपी ने पलटवार किया है। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने आरोप लगाया है कि सरकार और अफसर लूट में लगे हैं। जनता की परेशानी की फिक्र उन्हें क्यों होगी।