भोपाल। मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल में लॉकडाउन (बंद) के दौरान भीड़ को हटाने गई पुलिस पर कथित रूप से हिस्ट्रीशीटरों सहित करीब 20 लोगों ने चाकुओं एवं डंडों से हमला कर दिया, जिससे दो पुलिसकर्मी घायल हो गये हैं। इन दोनों पुलिसकर्मियों पर चाकू से वार किया गया है। इस मामले को गंभीरता से लेते हुए मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि दिन-रात एक कर जनता को इस महामारी से बचाने में लगे पुलिसकर्मियों पर हमला बर्दाश्त नहीं किया जाएगा और इन गुंडों के खिलाफ राष्ट्रीय सुरक्षा कानून के तहत कार्रवाई की जाएगी।
तलैया पुलिस थाना प्रभारी डी पी सिंह ने बताया, ''भोपाल में लागू संपूर्ण बंद के कारण सोमवार रात करीब 10 बजे चार-पांच पुलिसकर्मी तलैया थानांतर्गत इस्लामनगर में भीड़ को हटाने पहुंचे। जैसे ही पुलिस ने भीड़ को हटने को कहा, तभी वहां मौजूद दो हिस्ट्रीशीटरों शाहिद कबूतर एवं मोहसिन कचौड़ी सहित करीब 20 लोगों ने चाकुओं, डंडों एवं पत्थरों से पुलिस दल पर हमला कर दिया। इस घटना में दो पुलिसकर्मी लक्ष्मण यादव एवं सतीश कुमार घायल हो गए।'' उन्होंने कहा, ''इन दोनों पुलिसकर्मियों पर चाकू से वार किया गया है। लक्ष्मण यादव को गर्दन के पास चाकू लगा है, जबकि सतीश कुमार को हाथ में चाकू मारा गया है।''
सिंह ने बताया, ''दोनों घायलों को चिरायु अस्पताल में भर्ती कराया गया है।'' उन्होंने कहा कि वारदात के बाद सभी आरोपी मौके से फरार हो गये। सिंह ने बताया कि आरोपी शाहिद कबूतर करीब 35 साल का है, जबकि मोहसिन कचौड़ी करीब 25—26 साल का है। उन्होंने कहा, ''इस मामले में हमने छह—सात नामजद और 10—12 अज्ञात आरोपियों के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया है।'' उन्होंने कहा, ''हमने आरोपियों को पकड़ने के लिए पुलिस की तीन पार्टियां रवाना कर दी हैं।'' सिंह ने बताया कि अब तक किसी भी आरोपी को गिरफ्तार नहीं किया जा सका है। जल्द ही उन्हें पकड़ लिया जाएगा।
उल्लेखनीय है कि जिस इलाके में पुलिसकर्मियों पर हमला हुआ है, वह मुस्लिम बहुल इलाका है। इसी बीच, मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने ट्विटर पर लिखा, ''दिन-रात एक कर जनता को इस महामारी से बचाने में लगे पुलिसकर्मियों पर हमला बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। 'कबूतर’ हो या 'कचौड़ी', किसी को बख्शा नहीं जाएगा।'' उन्होंने कहा, ''अराजकता फैलाने वाले गुंडे-बदमाशों को सबक सिखाना अति आवश्यक है। इन गुंडों पर राष्ट्रीय सुरक्षा कानून के तहत कार्रवाई की जाएगी।''
उल्लेखनीय है कि इससे पहले मध्य प्रदेश के इंदौर के टाटपट्टी बाखल इलाके में एक अप्रैल को कोरोना वायरस संक्रमण के एक मरीज के संपर्क में आये लोगों को ढूंढने गये स्वास्थ्य कर्मियों पर लोगों ने अचानक पथराव कर दिया था। इस पथराव में दो महिला डॉक्टरों के पैर में चोट आयी थी। इस मामले में आरोपियों के खिलाफ राष्ट्रीय सुरक्षा कानून के तहत कार्रवाई की गई थी।