![मां ने जुड़वां बेटों...](https://static.indiatv.in/khabar-global/images/new-lazy-big-min.jpg)
Highlights
- मां ने जुड़वां बेटों की हत्या कर शवों को सुनसान जगह फेंक दिया
- पुलिस ने 27 वर्षीय एक महिला को गिरफ्तार किया है
- पुलिस की सख्ती के आगे महिला ने सच्चाई उगल दी
Bhopal Crime News: मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल से मां की ममता को शर्मसार कर देने वाला एक सनसनीखेज मामला सामने आया है। यहां अपने 16 दिन के जुड़वां बेटों की गला घोंटकर हत्या करने और उनके शवों को सुनसान जगह पर फेंकने के मामले में पुलिस ने 27 वर्षीय एक महिला को गिरफ्तार किया है। पूरे मामले का खुलासा करते हुए पुलिस ने बताया कि जुड़वा बच्चों की हत्या मां ने ही की थी। टीटी नगर थाने के प्रभारी निरीक्षक चैन सिंह ने बुधवार को बताया कि आरोपी सपना धाकड़ ने यह अपराध इसलिए किया क्योंकि उसके ससुराल वाले उसे ताना मारते थे कि वह जुड़वां बच्चों की परवरिश कैसे करेगी क्योंकि उसका पति शराबी और बेरोजगार है।
जानें, क्या है पूरा मामला
महिला ने पिछले हफ्ते पुलिस में शिकायत दर्ज कराई थी कि शहर के बाणगंगा इलाके में एक फुटपाथ से उसके जुड़वां बच्चे लापता हो गए। इसके बाद पुलिस ने इलाके में लगे सीसीटीवी कैमरे के फुटेज की जांच की और पाया कि महिला के दावे गलत थे, जिसके बाद उसे मंगलवार को गिरफ्तार कर लिया गया। महिला गुमराह करने के लिए तरह-तरह की कहानियां गढ़ती रही। चार दिन तक लगातार यही चलता रहा। अंतत: पुलिस की सख्ती के आगे उसने सच्चाई उगल दी।
पूछताछ के दौरान महिला ने स्वीकार किया कि उसने 23 सितंबर को बच्चों की गला दबाकर हत्या कर दी और शवों को हबीबगंज इलाके में सुनसान जगह पर फेंक दिया। पुलिस ने दोनों बच्चों के शव बरामद कर लिए हैं। पुलिस अधिकारी ने कहा, "सपना धाकड़ ने पुलिस को बताया कि उसकी तीन साल की बेटी है। उसने कहा कि उसके ससुराल वाले उसे ताना मारते थे कि वह अपने जुड़वा बच्चों की देखभाल कैसे करेगी क्योंकि उसका पति शराबी और बेरोजगार है।"
बच्चों के चोरी होने की कहानी गढ़ी
23 सितंबर को बच्चे गायब हुए थे तब पुलिस से सपना ने कहा था कि उसे बैरसिया अपने मायके जाना था। वह माता मंदिर होकर पैदल चलकर रंगमहल चौराहे पहुंची वहां से उसके बच्चे गायब हो गए। सपना की शादी साल 2017 में बृजमोहन धाकड़ से हुई थी। हाल ही में जेपी अस्पताल में उसके जुड़वा बेटे हुए थे। उसकी तीन साल की एक बेटी पहले से है। 23 सितंबर को सुबह 4.30 बजे जब परिवार वाले सो रहे थे, तब सपना दोनों बच्चों को लेकर घर से निकल गई थी। उसने उसी दिन बच्चों को हबीबगंज इलाके में गलाघोंट कर मार डाला। इसके बाद पुलिस को गुमराह करने के लिए बस से टीटी नगर पहुंची और बच्चों के चोरी होने की कहानी गढ़ी।