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मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल में पुलिस ने अवधपुरी इलाके से पांच ठगों को गिरफ्तार कर एक बड़े साइबर फ्रॉड का खुलासा किया है। पुलिस ने आरोपियों के पास से दो बीएमडब्ल्यू कार 48 मोबाइल फोन और टैबलेट समय ढाई करोड़ का सामान जब्त किया है। भोपाल के जोन टू डीसीपी संजय अग्रवाल के मुताबिक अवधपुरी इलाके में पुलिस को मुखबिर से सूचना मिली की रीगल टाउन कॉलोनी ब्लॉक नंबर 1 ए फ्लैट नंबर 1 में संदिग्ध गतिविधियों में लिप्त चार-पांच लड़के रहते हैं, जिनके पास महंगी लग्जरी गाड़ियां भी हैं।
सूचना मिलने पर थाना प्रभारी रतन सिंह परिहार के निर्देशन में एक टीम गठित कर उस फ्लैट पर भेजी गई। यहां पांच लोग मिले, जिन्होंने बताया कि उनका काम जूम कार कंपनी में किराए से नॉन कमर्शियल कार देने का है। पुलिस ने जब उनके व्यवसाय की जानकारी के लिए कागज और कार के बारे में जानकारी मांगी तो युवक सही से जवाब नहीं दे पाए। पुलिस ने सख्ती की तो युवकों ने एक बड़े सायबर फ्रॉड का सच उगल दिया।
कंपनी और ग्राहक दोनों को ठगा
डीसीपी संजय अग्रवाल ने बताया इन युवकों ने न केवल जूम कार एप कंपनी वालों को मूर्ख बनाया गया, बल्कि कस्टमर की राशि को भी इन्होंने हड़प लिया। पूछताछ में आरोपियों ने बताया कि वह ज़ूम कार कंपनी एप का इस्तेमाल करके पूरे देश में ठगी करते आए हैं। दरअसल ये आरोपी अलग-अलग एंगल से किसी भी लग्जरी कार की फोटो गूगल से निकालकर जूम कार की वेबसाइट पर डाल देते थे। साथ ही इसमें मोबाइल नंबर, बैंक अकाउंट समेत तमाम जानकारी फर्जी नाम से भरकर उसे वेबसाइट पर अपलोड कर देते थे। उनकी कार वेबसाइट पर अपलोड होने के बाद तीन दिनों में कार की बुकिंग अलग-अलग माध्यमों से आना शुरू हो जाती थी।
कई शहरों में कर रहे थे ठगी
ग्राहक जब उनकी कार को बुक करता था तो वह एडवांस पेमेंट करता था, जिसकी 40 फीसदी राशि जूम कार कंपनी को और 60 फीसदी राशि आरोपियों के बैंक खातों में ट्रांसफर हो जाती थी। जब ग्राहक अपनी बुक की हुई कार लेने पहुंचता था तो यह आरोपी अपना मोबाइल नंबर बंद कर देते थे। इसके बाद जूम कार कंपनी इनका बैंक अकाउंट और मोबाइल नंबर ब्लॉक कर देते थे, लेकिन यह आरोपी हर बार नए नंबर, नए बैंक अकाउंट और नई पहचान के जरिए फिर से नई बुकिंग कर दिल्ली मुंबई समेत देश के तमाम शहरों में लगे लोगों से ठगी कर रहे थे।
ठगों का धंधा इसी तरीके से बदस्तूर जारी रहता, लेकिन भोपाल पुलिस ने मुस्तैदी से काम कर इस गिरोह का भंडाफोड़ किया। उनके पास से पुलिस को दो बीएमडब्ल्यू कार, 37 एटीएम कार्ड, 48 मोबाइल फोन और टैबलेट, 13 चेक बुक, आठ पासबुक, 92 सिम कार्ड, एक नोट गिनने की मशीन, एक XUV500, एक बारकोड समेत कई इलेक्ट्रॉनिक गैजेट्स मिले हैं, जिनकी कीमत तकरीबन ढाई करोड़ है। गिरफ्तार आरोपियों के नाम अविनाश पांडे ,सहज प्रीत सिंह, यश सलूजा ,अंशुल प्रियंक सिंह और मयंक ठाकुर हैं।