लोकसभा चुनाव की तारीखों का ऐलान हो गया है। चुनाव की तारीखों के ऐलान से पहले मध्य प्रदेश में बड़ा प्रशासनिक फेरबदल सामने आया है। भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के नेतृत्व वाली मध्य प्रदेश सरकार ने भारतीय प्रशासनिक सेवा (आईएएस) और भारतीय पुलिस सेवा (आईपीएस) के 100 अधिकारियों का ट्रांसफर कर दिया है। शुक्रवार को जारी किए गए एक आदेश में, मध्य प्रदेश की सरकार ने 51 आईएएस और 49 आईपीएस अधिकारियों को नई तैनाती दी और राज्य प्रशासनिक सेवा (एसएएस) के भी कई अधिकारियों का तबादला किया।
इन जिलों में बदले गए अधिकारी
राज्य सरकार के आदेश के मुताबिक, शहडोल, गुना, पन्ना और सिंगरौली जिलों को नए जिलाधिकारी मिले हैं। वहीं, उज्जैन और शहडोल के लिए नए संभागायुक्त नियुक्त किए गए हैं। सरकार ने निवाड़ी, दमोह, श्योपुर, राजगढ़, डिंडोरी, खंडवा, सिंगरौली, छतरपुर, खरगोन और शिवपुरी जिलों के पुलिस अधीक्षकों (एसपी) का तबादला किया है, जबकि भोपाल और इंदौर के नगर निकाय के नए आयुक्त नियुक्त किए गए हैं। हालांकि, विपक्षी कांग्रेस ने आरोप लगाया है कि यह कवायद आगामी लोकसभा चुनावों को प्रभावित करने के लिए की गई है।
कांग्रेस ने लगाया आरोप, भाजपा ने दिया जवाब
मध्य प्रदेश कांग्रेस मीडिया सेल के उपाध्यक्ष भूपेन्द्र गुप्ता ने ‘पीटीआई-भाषा’ को बताया कि सरकार ने पिछले दो महीनों में अधिकारियों के लगभग 500 तबादले किए हैं। उन्होंने आरोप लगाया कि शुक्रवार को किए गए तबादलों का मकसद आगामी चुनावों को प्रभावित करना है। इस बीच, मध्य प्रदेश भाजपा के प्रवक्ता पंकज चतुर्वेदी ने कहा कि तबादले चुनाव आयोग के दिशानिर्देशों के अनुसार और लोगों की भलाई के लिए किए गए हैं। उन्होंने कांग्रेस के आरोपों को "निराधार" बताया।