भोपाल: मध्य प्रदेश के उमरिया जिले में बांधवगढ़ बाघ अभयारण्य (BTR) के बफर जोन में स्थित एक कुएं में 14 वर्षीय एक बाघिन का शव मिला है। रिपोर्ट्स के मुताबिक, बाघिन के चेहरे पर धारदार हथियार से चोट के निशान भी पाए गए हैं। बाघिन के शव को कुएं के पानी में डुबाने के लिए 2 भारी पत्थरों से बांधा गया था। बीटीआर के क्षेत्रीय निदेशक विंसेट रहीम ने शुक्रवार को बताया कि यह अवैध शिकार का संदिग्ध मामला है क्योंकि मृत बाघिन टी-32 के चेहरे पर चोट के 2 निशान पाए गए हैं।
‘इसके लिए जिम्मेदार लोगों को बख्शा नहीं जाएगा’
रहीम ने मामले के बारे में जानकारी देते हुए कहा, ‘पिछले हफ्ते एक कुएं में बाघिन का शव मिला है। उसके शव को 2 बड़े-बड़े पत्थरों से बांधा गया था। बाघिन के चेहरे पर कुल्हाड़ी की तरह के धारदार हथियार से चोट के दो निशान भी पाए गए हैं।’ बाघिन की पोस्टमार्टम रिपोर्ट के बारे में पूछ जाने पर रहीम ने कहा कि इसमें बाघिन की मौत के पीछे कोई विशेष कारण नहीं बताया गया है। उन्होंने कहा कि हमने विसरा को परीक्षण के लिए भेज दिया है। उन्होंने कहा कि हम बाघिन की मौत की गहन जांच कर रहे हैं और इसके लिए जिम्मेदार लोगों को बख्शा नहीं जाएगा।
‘बाघिन टी-32 पर्यटकों के लिए आकर्षण का केंद्र थी’
रहीम ने कहा कि इस अभयारण्य के आसपास लोगों के मुताबिक बाघिन टी-32 पर्यटकों के लिए आकर्षण का केंद्र थी। उन्होंने कहा कि मृत बाघिन 14 साल की थी और पांच बार के प्रजनन में उसने कई बाघ शावकों को जन्म दिया था। रहीम ने कहा हालांकि उन्हें इस बात की सटीक जानकारी नहीं है कि इस बाघिन की कितनी संतानें अभी बीटीआर में हैं। रहीम ने बताया कि बीटीआर 1,536.93 वर्ग किलोमीटर इलाके में फैला हुआ है और रिजर्व में 104 वयस्क बाघ हैं। उन्होंने कहा कि यह देश में बाघों की घनी आबादी वाले क्षेत्रों में से एक है।