भोपाल : मध्य प्रदेश के कूनो नेशनल पार्क में एक चीते की मौत हो गई है। राज्य के वन विभाग की ओर से जारी बयान में यह जानकारी दी गई। प्रोजेक्ट चीता के तहत 20 चीते नामीबिया और दक्षिण अफ्रीका से कूनो राष्ट्रीय उद्यान लाए गए थे और बाद में नामीबियाई चीता ज्वाला ने चार शावकों को जन्म दिया था। इन 24 चीतों में से तीन शावकों सहित 9 की मौत हो चुकी है।
कूनो नेशनल पार्क में आज सुबह मादा चीता 'धात्री' मृत पाई गई। उसकी मौत कैसे हुई इसका अभी कुछ पता नहीं चल पाया है। मौक के मामले पता लगाने के लिए पोस्टमार्टम कराया जा रहा है।
स्वास्थ्य पर लगातार निगरानी
वहीं एक प्रेस नोट में बताया गया कि कून नेशनल पार्क में रखे गए 14 चीते (7 नर, 6 मादा,1 मादा शावक ) स्वस्थ हैं। इन सभी का लगातार स्वास्थ्य परीक्षण वन्यप्राणी चिकित्सक टीम और नामीबिया के विशेषज्ञों द्वारा किया जा रहा है।
बाड़ से बाहर विचरण कर रहे 2 माता चीतों की भी नामीबियाई विशेषज्ञ और कूनो के वन्यप्राणी चिकित्सकों द्वारा लगातार निगरानी की जा रही है।
सुप्रीम कोर्ट ने हलफनामा दाखिल करने को कहा
चीतों की लगातार हो रही मौत से जहां विपक्षी दल केंद्र की इस योजना पर सवाल खड़े कर रहे हैं, वहीं यह मामला सुप्रीम कोर्ट में भी पहुंचा। सुप्रीम कोर्ट ने भी चीतों की मौत पर चिंता जताई है। शीर्ष अदालत ने चीतों की मौत के कारणों और इसके निवारण के लिए किए गए उपायों की जानकारी के साथ केंद्र से एक विस्तृत हलफनामा दाखिल करने को कहा है।