भोपाल: मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल में अस्पतालों का अमानवीय चेहरा सामने आया है। यहां दो अस्पतालों की रस्साकशी में कोरोना वायरस के मरीज की मौत हो गई। दरअसल, यहां नान COVID-19 अस्पताल में भर्ती किडनी पेशेंट मरीज की कोरोना रिपोर्ट पाज़िटिव आने के बाद उसे दूसरे निजी COVID-19 अस्पताल के लिए रेफर किया गया था।
मरीज की रिपोर्ट पाज़िटिव आने के बाद उसे एक निजी अस्पताल ने दूसरे निजी कोविड केयर अस्पताल की एम्बूलेंस में भेजा गया। लेकिन, एंबुलेंस का ड्राइवर मरीज को वापस उसी अस्पताल के बाहर छोड़ गया, जहां से उसे दूसरे कोविड अस्पताल के लिए रेफर किया गया था। इंडिया टीवी के पास एंबुलेंस से मरीज को बाहर छोड़ जाने का वीडियो भी है।
बता दें कि मध्य प्रदेश में सोमवार को कोरोना वायरस संक्रमण के 354 नए मामले सामने आए और इसके साथ ही प्रदेश में इस वायरस से अब तक संक्रमित पाये गये लोगों की कुल संख्या 15,284 तक पहुंच गयी। राज्य में पिछले 24 घंटों में इस बीमारी से नौ और व्यक्तियों की मौत की पुष्टि हुई है जिससे मरने वालों की संख्या 617 हो गयी है।
प्रदेश के एक अधिकारी ने बताया, ‘‘पिछले 24 घंटों के दौरान प्रदेश में कोरोना वायरस के संक्रमण से भोपाल में तीन, इंदौर में दो और टीकमगढ, होशंगाबाद, गुना एवं आगर मालवा में एक-एक मरीज की मौत की पुष्टि हुई है।’’
उन्होंने बताया, ‘‘राज्य में अब तक कोरोना वायरस से सबसे अधिक 246 मौत इन्दौर में हुई है। उज्जैन में 71, भोपाल में 112, बुरहानपुर में 23, खंडवा में 17, खरगोन में 15, सागर में 22, जबलपुर में 14, देवास में 10, मंदसौर में नौ, धार में आठ और नीमच में सात लोगों की मौत हुई है। बाकी मौत के मामले अन्य जिलों के हैं।’’
उन्होंने कहा कि प्रदेश में कुल 15,284 संक्रमितों में से अब तक 11,579 मरीज स्वस्थ होकर घर चले गये हैं और केवल 3,088 मरीजों का इलाज विभिन्न अस्पतालों में चल रहा है। अधिकारी ने बताया कि प्रदेश में सोमवार को कोविड—19 के सबसे अधिक 65 नये मामले भोपाल जिले में आये हैं, जबकि ग्वालियर में 55, इंदौर में 43, मुरैना में 28 एवं शिवपुरी में 21 नये मामले आये।