भोपाल: मध्य प्रदेश में कुछ महीने बाद विधानसभा चुनाव होने जा रहे हैं और सभी सियासी दलों ने अपनी-अपनी प्लानिंग शुरू कर दी है। इन चुनावों में भारतीय जनता पार्टी और कांग्रेस के बीच मुख्य मुकाबला होने की उम्मीद है, लेकिन 2 और पार्टियां हैं जिन्होंने चुनावी समर में उतरने का मन बना लिया है। रिपोर्ट्स के मुताबिक, मध्य प्रदेश विधानसभा चुनावों में अरविंद केजरीवाल के नेतृत्व वाली आम आदमी पार्टी और अखिलेश यादव की सरपरस्ती वाली समाजवादी पार्टी भी ताल ठोकने के लिए पूरी तरह तैयार है। माना जा रहा है कि इन दोनों पार्टियों की एंट्री से सूबे का विधानसभा चुनाव दिलचस्प हो जाएगा।
कांग्रेस को हो सकता है नुकसान, BJP को फायदा!
मध्य प्रदेश में चुनावों के लिए आम आदमी पार्टी और समाजवादी पार्टी की गतिविधियों में आने वाले दिनों में तेजी देखने को मिल सकती है। खास बात यह है कि ये दोनों ही पार्टियां कांग्रेस के नेतृत्व वाले I.N.D.I.A. गठबंधन का हिस्सा हैं, ऐसे में यह देखना दिलचस्प होगा कि ये दल मध्य प्रदेश में अलग-अलग चुनाव लड़ते हैं या इनके बीच कोई समझौता होता है। आम आदमी पार्टी और समाजवादी पार्टी के अलग-अलग चुनाव लड़ने से कांग्रेस को नुकसान उठाना पड़ सकता है, और ऐसे में बीजेपी के फायदे की संभावना से इनकार नहीं किया जा सकता।
सभी 230 सीटों पर चुनाव लड़ने की तैयारी में AAP
मध्य प्रदेश विधानसभा चुनाव के लिए तैयारियों को देखते हुए अगले महीने अखिलेश यादव का बुंदेलखंड दौरा प्रस्तावित है। बुंदेलखंड वह इलाका है, जहां समाजवादियों की मौजूदगी बड़ी तादाद में हैं और वहां से समाजवादी विचारधारा के लोगों ने चुनाव भी जीता है। इसी तरह आम आदमी पार्टी भी चुनाव की रणनीति पर काम कर रही है और वह राज्य में सभी 230 विधानसभा सीटों पर चुनाव की तैयारी में है। आम आदमी पार्टी राज्य में भ्रष्टाचार, बिजली, पानी, शिक्षा, स्वास्थ्य के मुद्दा बनाकर चुनाव लड़ेगी। AAP 4 अगस्त को सूबे में परिवर्तन यात्रा भी निकालने जा रही है।