भोपाल। भोपाल के करोंद के आरएस हॉस्पिटल में लापरवाही का बड़ा मामला सामने आया है। आरएस हॉस्पिटल में सिजेरियन के बाद महिला के कपड़ा छोड़ने की लापरवाही का मामला सामने आया है। मामला तब सामने आया जब महिला के पेट में दर्द शुरू होने पर परिजनों ने दोबारा सोनोग्राफी कराई और परिजनों को महिला के पेट में कपड़ा होने का पता चला।
इतना ही नहीं परिजनों ने जब आरएस हॉस्पिटल में संपर्क किया तो उन्होंने महिला के पेट में गैस बनने के कारण पेट दर्द होने की बात कहकर मामले को टाल दिया। जब महिला का दर्द बढ़ता ही गया तो परिजन उसे दूसरे अस्पताल लेकर पहुंचे। ऐसे में 25 दिन बाद दोबारा ऑपरेशन करके महिला के पेट से कपड़ा निकाला गया। हालांकि, अब महिला की हालत खतरे से बाहर है।
झागरिया निवासी भीम सिंह बंजारा ने बताया कि भतीजी मायाबाई को बीते 23 अगस्त को आरएस हॉस्पिटल में भर्ती किया गया था। 24 अगस्त को सिजेरियन के बाद माया ने बेटे को जन्म दिया था। घर पहुंचकर माया ने पेट दर्द की शिकायत की, फिर माया टांके कटवाने 31 अगस्त को हॉस्पिटल आई। इस बारे में बताने पर डॉक्टर ने गैस के कारण पेट दर्द की बात कहकर टाल दिया। अब डॉक्टर बात ही नहीं कर रहे हैं।
आरएस हॉस्पिटल के डायरेक्टर डॉ. आरएस पंडित ने बताया कि यह सिजेरियन डॉ. मिथलेश जाट ने की थी। हमने मैनेजर से कहा है कि पूरे मामले को देखें। दूसरे अस्पताल में जो अल्ट्रासाउंड किया गया है, वह देखें। अगर मरीज के पेट में कपड़ा छूटा है तो हम परिजनों से बात करेंगे। उनका जो भी खर्च होगा, हम वहन करने को तैयार हैं।