छतरपुर। मध्यप्रदेश में दो माह के एक बच्चे ने कोरोना के खिलाफ जंग जीतने में कामयाबी हासिल की है। मामला छतरपुर जिले के खजुराहो का है। बताया गया है कि छतरपुर जिले के खजुराहो में रहने वाला एक दंपति जो दिल्ली में काम करता था, उसके यहां 13 जून को एक शिशु का जन्म हुआ। उस वक्त मां कोरोना से संक्रमित थी। बच्चे को जन्म देने के कुछ समय बाद वह दंपति अपने गांव लौट आए। एक महीने के बाद जब बच्चा बीमार हुआ तो उसका कोविड टेस्ट करवाया गया। शिशु की रिपोर्ट पॉजीटिव आने पर उसे खजुराहो कोविड केयर सेंटर में रखा गया।
सेंटर के प्रभारी डॉ़ विनीत शर्मा ने बताया कि चूंकि छह माह तक शिशु को केवल स्तनपान कराया जाना चाहिए, इसलिए बच्चा पूरी तरह मां के दूध पर आश्रित था। मां और शिशु के लिए सेंटर में खास इंतजाम किए गए। इलाज के दौरान भी सुरक्षा मानकों का पालन करते हुए शिशु को स्तनपान कराना जारी रखा गया।
डॉ. शर्मा के अनुसार, विश्व स्वास्थ्य संगठन के नियमानुसार भी नवजात को किसी भी अवस्था में मां का दूध देने की अनुशंसा की जाती है और इससे शिशु की रोग प्रतिरोध क्षमता बढ़ती है। इस दंपति ने भी स्तनपान के निर्देशों को माना, उसका पालन किया। इसका नतीजा यह हुआ कि शिशु कोराना के संक्रमण से मुक्त हो गया।
मध्यप्रदेश में कोरोना वायरस के 830 नए मामले, 17 लोगों की मौत
मध्यप्रदेश में गुरुवार (6 अगस्त) को कोरोना वायरस संक्रमण के 830 नए मामले सामने आए और इसके साथ ही प्रदेश में संक्रमित लोगों की कुल संख्या 36,564 हो गयी। राज्य में पिछले 24 घंटों में संक्रमण से 17 और व्यक्तियों की मौत की पुष्टि हुई है जिससे मरने वालों की संख्या 946 हो गयी है। मध्यप्रदेश के एक स्वास्थ्य अधिकारी ने बताया, 'पिछले 24 घंटों के दौरान प्रदेश में कोरोना वायरस के संक्रमण से भोपाल में चार, इंदौर में तीन, रीवा में दो और ग्वालियर, बड़वानी, रतलाम, विदिशा, होशंगाबाद, टीकमगढ़, झाबुआ एवं सतना में एक-एक मरीज की मौत की पुष्टि हुई है।'
उन्होंने बताया, 'राज्य में अब तक कोरोना वायरस से सबसे अधिक 325 मौत इन्दौर में हुई है। भोपाल में 201, उज्जैन में 74, सागर में 35, जबलपुर में 33, बुरहानपुर में 25, खंडवा में 19 एवं खरगोन में 18 लोगों की मौत हुई है। बाकी मौतें अन्य जिलों में हुई हैं।' अधिकारी ने बताया कि प्रदेश में बृहस्पतिवार को कोविड—19 के सबसे अधिक 157 नये मामले इंदौर जिले में आये हैं, जबकि भोपाल में 155, ग्वालियर में 89, जबलपुर में 77, खरगोन में 28 एवं बड़वानी में 27 नये मामले आये। उन्होंने कहा कि प्रदेश में कुल 36,564 संक्रमितों में से अब तक 26,902 मरीज स्वस्थ होकर घर चले गये हैं और 8,716 मरीजों का इलाज विभिन्न अस्पतालों में चल रहा है। उन्होंने कहा कि बृहस्पतिवार को 838 रोगियों को ठीक होने के बाद अस्पताल से छुट्टी दे दी गई। अधिकारी ने बताया कि वर्तमान में राज्य में कुल 3,195 निषिद्ध क्षेत्र हैं।
मध्य प्रदेश के 20 जिलों में भारी बारिश की चेतावनी
मौसम विभाग ने गुरुवार (6 अगस्त) को चेतावनी दी है कि मध्यप्रदेश के 20 जिलों में अगले 24 घंटे में भारी वर्षा हो सकती है। भारत मौसम केन्द्र, भोपाल के वरिष्ठ अधिकारी अजय शुक्ला ने बताया कि प्रदेश के रीवा, सतना, कटनी, छिंदवाड़ा, सिवनी, दमोह, सागर, छतरपुर, टीकमगढ़, होशंगाबाद, बैतूल, अलीराजपुर, झाबुआ, धार, शाजापुर, आगर मालवा, गुना, अशोकनगर, ग्वालियर एवं श्योपर जिलों में कहीं-कहीं पर भारी वर्षा या अति भारी वर्षा हो सकती है। उन्होंने कहा कि इन जिलों में कहीं-कहीं पर गरज के साथ बिजली गिरने की आशंका भी है।
शुक्ला ने बताया कि प्रदेश के अन्य जिलों में अधिकांश स्थानों पर वर्षा या गरज के साथ बौछारे हो सकती हैं। उन्होंने कहा कि ये चेतावनी मौसम केन्द्र ने कल सुबह तक के लिए जारी की है। शुक्ला ने बताया कि पिछले 24 घंटों में रेहटी में 14 सेंटीमीटर वर्षा दर्ज की गई, जबकि होशंगाबाद में 11 सेंटीमीटर, कटंगी, मुल्ताई एवं लांजी में नौ-नौ सेंटीमीटर, बुधनी, आमला एवं बागली में सात-सात सेंटीमीटर और छिंदवाड़ा, अनूपपुर, महू एवं नसरूल्लागंज में छह-छह सेंटीमीटर वर्षा दर्ज की गई। उन्होंने कहा कि मध्य प्रदेश में इस मानसून में अब तक 13 प्रतिशत कम बारिश हुई है।