Friday, December 06, 2024
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मध्य प्रदेश में सर्जरी के बाद महिलाओं को एंबुलेंस में जानवरों की तरह ठूंसा, सामने आया हैरान कर देने वाला वीडियो

दर्द से कराह रही महिला हितग्राहियों और उनके परिजनों के साथ मासूम बच्चों को भी एक ही वाहन में भर दिया गया। वीडियों में बच्चों के रोने की भी आवाज आ रही है। दावा है कि एुबुलेंस में महिला समेत परिजनों को मिलाकर कुल 16 लोग भरे गए।

Edited By: Mangal Yadav @MangalyYadav
Published : Dec 06, 2024 8:02 IST, Updated : Dec 06, 2024 8:19 IST
 सर्जरी के बाद महिलाओं को एंबुलेंस में जानवरों की तरह ठूंसा- India TV Hindi
Image Source : INDIA TV सर्जरी के बाद महिलाओं को एंबुलेंस में जानवरों की तरह ठूंसा

सतनाः एलटीटी के कैंप सतना जिले में लगाया जाए और भला फिर लापरवाही की हद पार न हों ऐसा कैसे हो सकता है। नसबंदी शिविरों में मनमानी इनकी अब आदतन स्थिति हो गई है। नसबंदी ऑपरेशन के बाद दर्द से कराह महिलाओं को एंबुलेंस में जानवरों की तरह ठूंसा गया। जानकार हैरानी होगी कि कोठी सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में एलटीटी ऑपरेशन के लिए लाई गई महिलाओं को एंबुलेंस 108 में ऐसा भरा गया जैसे वह जानवार हों। इसका हैरान करने वाला वीडियो भी सोशल मीडिया में वायरल हो रहा है।

सामने आया हैरान कर देने वाला वीडियो

वायरल वीडियों में साफ दिख रहा है कि दर्द से कराह रही महिलाओं को एक ही 108 एंबुलेंस में जानवरों की तरह भर दिया गया। एक के ऊपर एक बैठो चाहे मर जाओं हालात तो ऐसे ही रहे। परिवार कल्याण कार्यक्रम के तहत सतना के कोठी सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र में लगाए गए एलटीटी कैम्प में ऑपरेशन के बाद गुरुवार की देर शाम का वीडियों है जो हैरान करने वाला है। 

एंबुलेंस में 16 लोगों को बैठाया गया

विभागीय जानकारी में सामने आया है कि कोठी के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में हर गुरुवार को नसबंदी को शिविर आयोजित किया जा रहा है। इस गुरुवार भी यहां कैंप लगाया गया था। इस दिन कुल मिलाकर 32 महिलाओं का नसबंदी ऑपरेशन किया गया। ऑरेशन जिला अस्पताल की गायनी एचओडी डॉ मंजू सिंह ने किया है। बताते हैं कि सभी महिलाओं को हाफ बेहोशी के लिए इंजेक्शन लगाए गए थे। ऑपरेशन के बाद उनको घर छोड़ने के लिए एक ही एंबुलेंस में 16 लोगों को ठूंस दिया गया।

हितग्राही महज चार, बाकी परिजन

सूत्रों का दावा है जिस एंबुलेंस में बच्चों व  परिजनों को मिलाकर 16 लोगों को भरा गया उसमें तो केवल चार का ही ऑपरेशन किया गया। बाकी लोग उनके परिजन व बच्चे ही थे। वैसे विभागीय लोगों का कहना है कि नसबंदी के ऑपरेशन के बाद महिलाओं को घर तक छोड़ने का कोई प्रावधान नहीं है। रात में महिलाएं परेशान न हों इसके लिए उनको घर पहुंचाया जा सकता है पर इस तरीके से नहीं। 

एलटीटी के एवज में महिला हितग्राही को मिलने वाली 2 हजार रुपए की प्रोत्साहन राशि में परिवहन की राशि में शामिल होती है। बताते हैं कि आशा कार्यकर्ताओं की मिली भगत से 108 नम्बर पर फोन लगाकर एंबुलेंस बुलाया। आशाओं के दबाव पर चालक ने एंबुलेंस क्रमांक सीजी 04 एनडब्ल्यू 6340 में हितग्राही महिलाओं उनके परिजनों को बिठा लिया। हालांकि जब मीडियाकर्मी द्वारा इसका वीडियो बनाया जा रहा था तब ड्राइवर को नागवार गुजरा औैर उसने  कैमरा छीनने का भी प्रयास किया।

क्या कहते हैं सीएमएचओ

वायरल वीडियो पर मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ एलके तिवारी ने कहा कि वो इसकी जांच कराएंगे। तिवारी ने कहा कि वैसे तो हितग्राही को जो प्रोत्साहन राशि मिलती है वो इसके लिए ही है पर एम्बुलेंस खाली है तो एलटीटी के बाद हितग्राही को उसके घर तक पहुंचाना गलत नहीं  है। एक ही एंबुलेंस में ऑपरेशन के बाद में इतने लोगों को ले जाना सही नहीं है। इस मामले में 108 के सुपरवाइजर से जानकारी मांगी गई है। जांच के बाद सख्त कार्रवाई की जाएगी। (सतना से अमित त्रिपाठी की रिपोर्ट)

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