मध्य प्रदेश पुलिस ने रविवार को सिवनी जिले में 17 जून को 62 पशुओं (गाय और बैल) की हत्या में कथित रूप से शामिल नागपुर के सात निवासियों पर दस-दस हजार रुपये का इनाम घोषित किया है। एक वरिष्ठ अधिकारी ने यह जानकारी दी। सिवनी की सीमा महाराष्ट्र के नागपुर से लगती है जहां मध्य प्रदेश की तरह गोहत्या पर कानूनी प्रतिबंध है। सिवनी जिले में एक नदी और वन क्षेत्र में गायों के शव पाए गए थे, जिसके बाद पांच व्यक्तियों को गिरफ्तार किया गया और जिला कलेक्टर एवं पुलिस अधीक्षक का तबादला कर दिया गया।
पुलिस महानिरीक्षक (जबलपुर क्षेत्र) अनिल सिंह कुशवाह ने सिवनी में संवाददाताओं से कहा, "जांच से पता चलता है कि (गाय और बैल की) हत्या का उद्देश्य सांप्रदायिक उन्माद भड़काना था लेकिन मकसद की पुष्टि नागपुर के सात आरोपियों की गिरफ्तारी के बाद ही हो सकेगी। हमने इन सातों लोगों पर दस-दस हजार रुपये का इनाम घोषित किया है।"
सीएम ने किया 7000 गाय बचाने का दावा
मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री मोहन यादव ने रविवार को कहा था कि गोहत्या के मामलों को लेकर राज्य सरकार की सतत निगरानी के कारण पिछले माह 7,000 से अधिक गायों को बचाया गया। उन्होंने कहा, ‘‘सभी जिलों को इन कानूनों को अमल में लाने के संबंध में स्पष्ट निर्देश जारी कर दिए गए हैं। गोहत्या निषेध कानून के उल्लंघन में दोषी पाए जाने वाले व्यक्ति को कड़ी सजा दी जाएगी। हम राज्य स्तर पर कार्रवाइयों की निगरानी भी कर रहे हैं।’’ मुख्यमंत्री ने बताया कि एक माह में 550 से अधिक मामले (गोहत्या निषेध कानून से संबंधित) दर्ज किए गए हैं, जिसके परिणामस्वरूप 7,000 से अधिक गायों की जान बचाई गई है। उन्होंने कहा, ‘‘हमने इस तरह की गतिविधियों में संलिप्त सैकड़ों लोगों के खिलाफ कार्रवाई की है और हमारी कार्रवाई लगातार जारी रहेगी।’’
गोहत्या के आरोपियों पर NSA
मोहन यादव ने कहा, ‘‘महाराष्ट्र के सीमावर्ती क्षेत्र सिवनी की यह घटना बड़ी है, वहां अतिरिक्त महानिदेशक (एडीजी) स्तर के अधिकारी की अध्यक्षता में एक टीम भेजी गई है, उनकी अनुशंसा पर सख्त कार्रवाई की जाएगी।’’ राज्य सरकार ने गोहत्या में कथित संलिप्तता के लिए दो लोगों पर कठोर राष्ट्रीय सुरक्षा अधिनियम (एनएसए) लगाया है और सिवनी जिलाधिकारी और पुलिस अधीक्षक का तबादला कर दिया है। एक अन्य मामले में भी मुरैना जिले में कथित गोहत्या के लिए दो लोगों पर एनएसए लगाया गया है। (इनपुट- पीटीआई भाषा)